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दुबई जेल में बंद शहजादी की भावुक अपील, ‘अब्बा मुझे बचा लो, मैं निर्दोष हूं

फेसबुक पर दोस्ती कर युवती को दुबई में बेचा

दुबई की जेल में बंद बांदा की दिव्यांग बेटी शहजादी ने एक दर्दनाक पुकार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। शहजादी ने अपने पिता को फोन कर अपनी पीड़ा बताई और कहा, “अब्बा मुझे बचा लो… मैं निर्दोष हूं।”

बुधवार दोपहर करीब एक बजे… शब्बीर के मोबाइल पर फोन की घंटी बजी। फोन उठाया तो आवाज आई…अब्बा मुझे बचा लो, मैं निर्दोष हूं। ये लोग मुझे फांसी पर चढ़ा देंगे। चाहे किसी की मदद लो। प्रधानमंत्री मोदी से कहिए कि भारत की निर्दोष बेटी पुकार रही है। ये शब्द दुबई जेल में बंद शहजादी के हैं, जिसे अक्टूबर में हत्या के जुर्म में फांसी होनी है। दुबई की अदालत ने हत्या के जुर्म में उसे फांसी तो दे दी, लेकिन शहजादी तकलीफों की जानकारी होने पर एक पिता पर क्या गुजरी यह शब्बीर ही बता सकते हैं। फिलहाल पिता ने बेटी से कहा, प्रशासन, सरकार ,न्यायालय जहां तक भी जाना पड़े बिटिया जाऊंगा। तुम्हें वापस वतन लाकर रहूंगा। मटौंध थाना क्षेत्र के गोयरा मुगली की बेटी शहजादी (33) बचपन में आग से झुलस गई थी। इस वजह से शारीरिक रूप से दिव्यांग है। वह बांदा रोटी बैंक नामक संस्था में जुड़कर समाजसेवा का कार्य करती थी। फेसबुक के जरिए दूसरी संस्था में काम कर रहे नाई की मंडी आगरा निवासी उजैर के संपर्क में आ गई। उजैर उसे नवंबर 2021 को इलाज कराने के बहाने आगरा ले गया। वहां से उसे बहला फुसलाकर दुबई भेज दिया। जेल में बंद शहजादी ने फोन पर बताया कि उजैर ने उसे इलाज कराने के बहाने दुबई में रहने वाले नाई मंडी आगरा निवासी फैज अहमद और उसकी पत्नी नादिया को बेच दिया। दो साल तक फैज, उसकी पत्नी नादिया, मां अंजुमन, भाई नदीर अहमद उसे प्रताड़ित करते रहे। विरोध पर फैज ने बेटे की हत्या में उसे फंसा दिया। बताया कि फैज के सात वर्षीय बेटे की गलत इलाज के कारण मौत हुई थी। शहजादी ने फोन पर बताया कि दुबई में फैज, उसकी पत्नी, मां, भाई उसे कमरे में बंद कर सीसीटीवी कैमरे के सामने निर्वस्त्र कर देते थे। उसका क्लिप मोबाइल फोन पर देखते थे। कई बार तो क्लिप अश्लील साइट पर अपलोड करने की धमकी भी दी। विरोध करने पर कोड़े मारते थे। खाना नहीं देते थे। अनजान शहर में वह उनका जुल्म व सितम चुपचाप सहती रही। अतत: उसे हत्या के झूठे इल्जाम में फंसा दिया। मटौंध थाना क्षेत्र के गोयरा मुगली गांव स्थित मकान में गुमसुम बैठे शहजादी के माता-पिता फोन की घंटी बजते ही चैतन्य हो गए। फोन पर बेटी की आवाज सुनकर मां नाजरा खातून की आंखों में आंसू आ गए और गला भर आया। इस पर पिता शब्बीर ने मोबाइल हाथ में ले लिया और बेटी से बात की। इस दौरान वह भी फफककर रो पड़े। पिता ने बेटी का हाल जाना। फेसबुक के जरिए प्रेम जाल में फंसाकर युवती को दुबई में बेचने के मामले में न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने चार लोगों पर केस दर्ज किया है। इनमें दो आरोपी दुबई के हैं। शब्बीर खान की तहरीर पर पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। शब्बीर का आरोप था कि बेटी शहजादी (33) को आगरा निवासी उजैर बहलाकर आगरा ले गया और फिर दुबई में बेच दिया। थानाध्यक्ष राममोहन राय ने बताया कि मानव तस्करी व धोखाधड़ी में उबैर सहित चार के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया गया है। पिता का कहना है कि  भारत सरकार को इस मामले में दखल देना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि शहजादी को न्याय मिले। शहजादी के पिता ने अपनी बेटी की निर्दोषता की गुहार लगाते हुए कहा कि उनकी बेटी को दुबई ले जाकर गलत तरीके से फंसाया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और उनकी बेटी को बचाएं। शहजादी का परिवार अब न्याय की उम्मीद में है और चाहता है कि उसकी बेटी को जल्द से जल्द रिहा किया जाए। परिवार और स्थानीय लोग इस घटना से बेहद दुखी हैं और सरकार से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि शहजादी के साथ जो कुछ भी हुआ है, वह बहुत ही निंदनीय और अमानवीय है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले को उच्च स्तर पर उठाया जाना चाहिए ताकि शहजादी को न्याय मिल सके। शहजादी की इस दर्दनाक कहानी ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है और अब उसके परिवार के साथ-साथ कई लोग उसकी मदद के लिए आवाज उठा रहे हैं। यह घटना देशभर में मानव तस्करी और महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचारों के खिलाफ एक बड़ी चेतावनी के रूप में देखी जा रही है।

 

 

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