NASA ने बताया कि अंतरिक्ष से अगले साल फ़रवरी में स्पेसएक्स से धरती पर वापस लाया जाएगा
पिछले दो महीने से अंतरिक्ष में फंसे नासा के दोनों अंतरिक्ष यात्रियों सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विल्मोर को अगले साल फ़रवरी में स्पेसएक्स से धरती पर वापस लाया जाएगा.
वाशिंगटन: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को लेकर नासा ने बड़ी जानकारी साझा की है और बताया है कि वह अंतरिक्ष से कब वापस लौटेंगी। नासा ने बताया कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अगले साल यानी फरवरी 2025 में धरती पर वापस लौटेंगे। नासा ने कहा कि दोनों यात्री जिस बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष विमान से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर गए थे वो अब “बिना क्रू” के लौटेगा. इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने बीते पांच जून को अंतरिक्ष स्टेशन के लिए उड़ान भरी थी और योजना के अनुसार यह आठ दिन का मिशन होने वाला था लेकिन अब उन्हें अंतरिक्ष की कक्षा में आठ महीने बिताने पड़ेंगे. लेकिन स्टारलाइनर अंतरिक्षयान जब आईएसएस के क़रीब पहुंचा तो उसमें समस्याएं पैदा हो गईं और इसके पांच थ्रस्टर्स बंद हो गए, जो यान को दिशा देते हैं. नासा ने अपने अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में ले जाने के लिए बोइंग और स्पेस एक्स को कमर्शियल फ़्लाइट्स के लिए अरबों डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट दिया है. बोइंग को 4.2 अरब डॉलर, जबकि एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स को 2.6 अरब डॉलर का कांट्रैक्ट मिला है. अभी तक स्पेसएक्स ने अंतरिक्ष में मानव युक्त नौ उड़ानों को अंजाम दिया है
"NASA has decided that Butch and Suni will return with Crew-9 next February."@SenBillNelson and agency experts are discussing today's decision on NASA's Boeing Crew Flight Test. Watch live with us: https://t.co/M2ODFmLuTj pic.twitter.com/J2qvwOW4mU
— NASA (@NASA) August 24, 2024
लेकिन बोइंग का यह पहला मानव युक्त मिशन है. बोइंग और नासा के इंजीनियर स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी समस्याओं को समझने के लिए काफ़ी समय बिता चुके हैं. उन्होंने कई टेस्ट किए और डेटा इकट्ठा किया, दोनों जगह अंतरिक्ष में भी और धरती पर भी. उन्हें उम्मीद थी कि वे समस्या की जड़ तक पहुंच जाएंगे और स्टारलाइनर से ही वे अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने का रास्ता तलाश लेंगे. शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में नासा एडमिनिस्ट्रेटर बिल नेल्सन ने कहा कि इस विमान में सुधार के लिए क्या ज़रूरी है इसे समझने के लिए नासा, बोइंग के साथ मिलकर काम कर रहा है. उन्होंने कहा, “अंतरिक्ष उड़ान एक जोख़िम है, भले ही यह सबसे सुरक्षित या सबसे रूटीन उड़ान हो, लेकिन जब एक टेस्ट फ़्लाइट की बात आती है तो न तो यह सुरक्षित होता है न रूटीन. हमारा केंद्रीय मूल्य सुरक्षा है और यही हमारा मार्गदर्शक है.” अब दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूदगी के समय को फ़रवरी 2025 तक बढ़ाने का फैसला लिया गया है ताकि वे स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ़्ट से वापस लौट सकें. बोइंग के मार्क नापी ने कहा कि ये समस्याएं सिर्फ मानव युक्त फ़्लाइट टेस्ट में ही पता लग सकती थीं. लेकिन कुछ इंजीनियरों का मानना है कि ये समस्या मानव रहित टेस्ट मिशन या यान की डिज़ाइन के शुरुआती चरण में ही पता लगाई जा सकती थी. बोइंग के यान की यह पहली दिक्कत नहीं है. इसकी पहली मानव रहित उड़ान 2019 में हुई थी, लेकिन सॉफ़्टवेयर में गड़बड़ी की वजह से इंजन स्टार्ट नहीं हो पाया और यह अंतरिक्ष स्टेशन तक नहीं पहुंच पाया. दूसरी कोशिश 2022 में की गई, लेकिन यान में फिर से कुछ थ्रस्टरों और यान के कूलिंग सिस्टम में दिक्कतें आईं. इस बीच बोइंग के प्रतिद्वंद्वी एलन मस्क के स्पेसएक्स ने चार साल पहले ड्रैगन स्पेसक्राफ़्ट को आईएसएस तक पहुंचा दिया और उसके बाद से वो अंतरिक्ष यात्रियों और सामान को ला और ले जा रहा है.
क्या है पूरा मामला?
अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में फंसी हुई हैं। उनकी उम्र 58 साल है और उनके साथ उनके एक साथी बुच विल्मोर भी वहां फंसे हुए हैं। ये दोनों लोग अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के एक मिशन पर अंतरिक्ष में गए हुए हैं। सुनीता विलियम्स 5 जून 2024 को बोइंग स्टारलाइनर नाम के स्पेसक्राफ्ट से NASA के मिशन पर गई थीं। सुनीता स्पेसक्राफ्ट की पायलट थीं, वहीं विल्मोर मिशन कमांडर थे।
हालही में NASA ने कही थी ये बात
हालही में नासा ने कहा था कि इंजीनियर ‘स्टारलाइनर थ्रस्टर’ के लिए एक नए कंप्यूटर मॉडल का आंकलन कर रहे हैं। नासा ने कहा था कि अंतिम फैसला करते समय हर प्रकार के जोखिम का विश्लेषण किया जाएगा। बोइंग ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि अंतरिक्ष और जमीन पर ‘थ्रस्टर’ के व्यापक परीक्षण से पता चला है कि स्टारलाइनर अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित वापस लाने में सक्षम है। यह बोइंग की पहली परीक्षण उड़ान थी जिसमें चालक दल सवार था। ‘स्पेस शटल’ के सेवा से हटने के बाद नासा ने अंतरिक्ष यात्रियों की अंतरिक्ष स्टेशन पर आवाजाही का काम बोइंग और स्पेसएक्स को सौंपा है। ‘स्पेसएक्स’ 2020 से यह काम कर रहा है।