प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से कीव में मुलाकात की। यह मुलाकात युद्धग्रस्त देश की ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा थी। प्रधानमंत्री ने जेलेंस्की को गले लगाया और उनके कंधे पर हाथ रखा। इस दौरान जेलेंस्की भावुक हो गए, जब दोनों ने मारे गए बच्चों को मर्टीरोलॉजिस्ट एक्सपोजिशन में श्रद्धांजलि दी। इसके बाद दोनों नेताओं के बीच उच्च स्तरीय बातचीत शुरू हुई। जिसमें सभी की नजरें रूस-यूक्रेन युद्ध पर मोदी की स्थिति पर थी। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से उनकी वार्ता के बाद भारत और यूक्रेन ने 4 अहम एमओयू (समझौता ज्ञापन) साइन किए हैं.
#Watch | PM @narendramodi and President Zelenskyy honour the memory of children at Martyrologist Exposition#PMModiInUkraine @meaindia @pmoindia pic.twitter.com/KCOqfGb85z
— DD News (@DDNewslive) August 23, 2024
पहला एमओयू भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और यूक्रेन के मंत्री के बीच मानवीय मदद को लेकर किया गया है. अन्य तीन एमओयू भारत सरकार के सचिवों और यूक्रेन सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों ने साइन किए हैं. पहले एमओयू में मानवीय मदद, दूसरे में एग्रीकल्चर, फूड और तीसरे एमओयू में कल्चरलर कोऑपरेशन को स्थान दिया गया है. चौथा एमओयू मेडिसिन एंड ड्रग को लेकर साइन किया गया है. ये एमओयू उस वक्त साइन हुए हैं जब पीएम मोदी शुक्रवार को युद्धग्रस्त यूक्रेन के दौरे पर हैं. यह 2022 में रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से भारत की ओर से पहला उच्च स्तरीय दौरा है। इससे एक महीने पहले मोदी ने रूस का दौरा किया था और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। तब जेलेंस्की ने मोदी की पुतिन से मुलाकात की आलोचना की थी। प्रधानमंत्री पोलैंड से दस घंटे का सफर करने के बाद कीव पहुंचे और यूक्रेनी अधिकारियों व भारतीय समुदाय से मिले। उन्होंने एक्स पर लिखा, “आज सुबह कीव पहुंचा। भारतीय समुदाय ने बहुत गर्मजोशी से स्वागत किया।” प्रधानमंत्री यूक्रेन दौरे में राजनीति, व्यापार, आर्थिक निवेश, शिक्षा, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और मानवीय सहायता जैसे द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। भारत संघर्ष के जल्द समाधान के लिए संवाद और कूटनीति की अपनी स्थिति को दोहराने की कोशिश करेगा। कीव पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की।
पीएम मोदी की इस यात्रा पर दुनिया की नजर
पीएम मोदी की इस यात्रा पर दुनियाभर की निगाहें हैं. 1991 में यूक्रेन स्वतंत्र राष्ट्र बना था. इसके बाद यहां किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है. पीएम मोदी उस वक्त यूक्रेन पहुंचे हैं, जब यूक्रेन ने रूस के खिलाफ आक्रामक सैन्य अभियान चला रखा है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने गर्मजोशी से प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया, उनसे हाथ मिलाया और उन्हें गले लगाया. पीएम मोदी के यूक्रेन दौरे पर भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान आया है. मंत्रालय ने कहा है किसंघर्ष में जान गंवाने वाले बच्चों की याद में स्थापित मार्मिक प्रदर्शनी देखकर पीएम भावुक हो गए. उन्होंने इस पर शोक जताया. मारे गए बच्चों को याद करते हुए उनकी याद में एक खिलौना रखा.
यह ऐतिहासिक यात्रा है: विदेश मंत्री
पीएम मोदी के यूक्रेन दौरे को लेकरविदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, प्रधानमंत्री आज सुबह कीव पहुंचे. हमने अभी-अभी उनकी आधिकारिक बैठकें पूरी की हैं. यह ऐतिहासिक यात्रा है. 1992 में राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से यह पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री यूक्रेन की यात्रा पर है.उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी सुबह एक विशेष ट्रेन से पहुंचे. कीव रेलवे स्टेशन पर उप विदेश मंत्री ने उनका स्वागत किया. उन्होंने भारतीय समुदाय से मुलाकात की. यूक्रेन दौरे पर अपने आखिर कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री हिंदी पढ़ने वाले यूक्रेनी छात्रों से मिल रहे हैं.
रूस-यूक्रेन संघर्ष बच्चों के लिए विनाशकारी: मोदी
राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात के बाद मोदी ने एक्स पर ट्वीट किया। पीएम ने लिखा कि मैनें और राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कीव में मार्टिरोलॉजिस्ट प्रदर्शनी में श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने लिखा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष विशेष रूप से बच्चों के लिए विनाशकारी है। इस संघर्ष में जान गंवाने वाले बच्चों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि उन्हें इस दुख को सहने की ताकत मिले।
President @ZelenskyyUa and I paid homage at the Martyrologist Exposition in Kyiv.
Conflict is particularly devastating for young children. My heart goes out to the families of children who lost their lives, and I pray that they find the strength to endure their grief. pic.twitter.com/VQH1tun5ok
— Narendra Modi (@narendramodi) August 23, 2024