गांव उखरा में गजरा बुलडोजर, दर्जनों आशियाने किये गये जमींदोज

बिजली प्लांट लगवाने के लिए खाली करवायी जा रही जगह
कल ही न्यायालय ने जमीन खाली करवाने का किया था आदेश
नवाबगंज, समृद्धि न्यूज। बिजली प्लांट बनाने के लिए शासनादेश के तहत दर्जनों घरों पर बुलडोजर चला। जिससे गांव में हाहाकार मच गया। मौके पर भारी संख्या में पुलिस व प्रशासन मौजूद रहा। न्यायालय का आदेश बता रहे थे सभी।
नवाबगंज थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत उखरा में सरकार के द्वारा 400 बीघा में बिजली प्लांट लगाया जाना है। जिसके लिए जमीन खाली करायी जा रही है। इस दौरान दर्जनों ग्रामीणों के मकान जमींदोज कर दिये गये। कोई बबाल न हो, इसके लिए भारी पुलिस बल व प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम सदर तथा तहसीलदार सदर श्रद्धा पाण्डेय मौजूद रहीं। सर्वप्रथम रामप्रकाश यादव के घर पर बुलडोजर चला। जिससे गांव में हडक़ंप मच गया। बच्चे तथा महिलायें चीखने चिल्लाने लगे। आसपास के कई गांवों के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। लोगों को तत्काल प्रभाव से अपने-अपने घरों से सामान निकालने के निर्देश दिए गये, जिस पर कुछ महिलाओं ने विरोध किया, तो उन्हें महिला पुलिस ने चुप करा दिया। रामप्रकाश यादव के बाद अभिषेक एडवोकेट का घर पर बुलडोजर चलने लगा। देखते ही देखते विजयपाल के घर पर बुलडोजर चलने लगा। वहीं पड़ोस में रह रही अनीता देवी पत्नी अनु के घर पर बुलडोजर चला। जिस पर अनीता देवी चीखने चिल्लाने लगी और गहरा विरोध जताया, तभी पुलिस व प्रशासनिक हमला उन पर हावी होने लग और थाने ले जाने की बात कही। किसी को कोई मौका बोलने का नहीं दिया जा रहा था। लगातार अधिकारी ग्रामीण पर अपना दबाव बना रहे थे और बुलडोजर कार्रवाई जारी थी। वहीं नंदराम यादव के घर का लेंटर गिर जाने से उनका गृहस्थी का सामान दब गया। वहीं ब्रह्मानंद बृज किशोर के घरों पर भी बुलडोजर गरजने लगा। पहले तो लोग बता रहे थे की बिजली प्लांट के लिए घर गिराये जा रहे हैं, लेकिन बाद में विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया गया कि गांव में हरिजन बिरादरी के जमीनों पर पट्टे भी बताए गए हैं। जिनका मामला न्यायालय में चल रहा था। पट्टे की जमीन खाली करने के लिए भी कल ही न्यायालय ने निर्देश किया था। सूत्रों के मुताबिक रघुवीर, बबलू, जयवीर, दीपक पुत्र रामकिशन, रामवीर पुत्र राम सिंह, आरती पत्नी स्वर्गीय रामनाथ, सुरेश कुमार, रमेश सिंह आदि कई ग्रामीणों के वहां पर पट्टे भी बताए गए हैं। इस दौरान ग्रामीणों से अधिकारियों की नोकझोक भी हुई। खबर लिखे जाने तक गांव में बुलडोजर की कार्रवाई चल रही थी। वहीं आला अधिकारियों में एसडीएम सदर, तहसीलदार सदर श्रद्धा पांडे, सीओ सिटी आरके वर्मा तथा जनपद के समस्त थानों का पुलिस फोर्स, क्षेत्रीय लेखपाल, क्षेत्रीय कानूनगो के अलावा दर्जनों राजस्व कर्मी लगातार कार्रवाई कर रहे थे। वहीं ग्रामीण अपने घरों में गेहूं, अनाज, भूसा, जानवर आदि बचाने में जुटे हुए थे और अधिकारियों से लगातार गुहार लगा रहे थे कि हमको एक-दो दिन का टाइम दे दिया जाए। जिससे कि वह अपना सारा सामान निकाल सके, लेकिन अधिकारी कोई भी बात सुनने को राजी नहीं थे। इस दौरान रामऔतार सिंह यादव, रामवीर सिंह यादव, रामकिशोर सिंह यादव, अनिल कुमार यादव, रामकुमार यादव, कृष्ण कुमार यादव, बबलू यादव, संजू यादव, अभिषेक यादव, अन्नू यादव, समर यादव, हेमराज यादव, गोविंद यादव, हाकिम सिंह यादव, गंगा सिंह यादव, ब्रह्मानंद सिंह यादव, ब्रह्म किशोर यादव, सनोज यादव, राजीव यादव, राम किशन यादव, रामनिवास यादव, नाहर सिंह यादव, वीरपाल सिंह यादव, ओमपाल सिंह यादव, अवनीश यादव के मकान शामिल हैं।

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