ग्रामीणों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजने से किया मना
कंपिल, समृद्धि न्यूज। सामान्य और पिछड़ी जाति बाहुल्य गाँव के स्कूल में अनुसूचित जाति महिला की रसोईया के पद पर तैनाती कर दी गयी। ग्रामीणों ने बिना प्रस्ताव के प्रधान पर मनमाने तरीके से तैनाती का आरोप लगाया। विरोध मे ग्रामीणों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजने से मना कर दिया।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सबितापुर बिहारीपुर के मजरा मधवापुर की कुल आबादी करीब 600 है। जिसमे सामान्य और पिछड़ी जाति के ग्रामीणों की संख्या अधिक है। गाँव के प्राथमिक विद्यालय मे कुल 41 बच्चे पंजीकृत है। जिसमें प्रधानाचार्य शैलेन्द्र व सहायक मास्टर आनेद्र की तैनाती है। पांच दिन पूर्व गांव के प्रधान सत्यराम व स्कूल के स्टॉफ द्वारा एक पिछड़ी व एक अनुसूचित जाति की महिला की रसोईया के पद पर तैनाती कर दी। ग्रामीणों ने बताया की पूर्व में यहां पाल समाज की दो महिलाओं की रसोईया के पद पर तैनाती थी। ग्रामीणों ने प्रधान पर बिना ग्रामीणों के प्रस्ताव पास कर मनमाफिक तरीके से तैनाती का आरोप लगाया। गाँव के धीरज, श्यामवीर, रघुवीर, पप्पू, ओमवीर, शिवकुमार आदि दर्जनों ग्रामीणों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजने से मना कर दिया। जिससे अनुसूचित जाति के 7 और पिछड़ी जाति दो बच्चे ही विद्यालय में उपस्थित रहे। प्रधानाचार्य शैलेन्द्र ने बताया की प्रधान द्वारा नियमानुसार स्कूल मे रसोईया की तैनाती के विरोध में बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं। उनके अभिभावकों समझाने के प्रयास किये जा रहे हैं।