डीएम व एसपी की मौजूदगी में हुआ युवती व किशोरी का अंतिम संस्कार
पीएम रिपोर्ट में आत्महत्या, जबकि परिजन लगा रहे हत्या करने का आरोप
पुलिस अधीक्षक बोले पुलिस कई बिन्दुओं पर कर रही हैं जांच पड़ताल
कंपिल/कायमगंज, समृद्धि न्यूज। जन्माष्टमी के अवसर पर घर से निकली युवती व उसकी सहेली किशोरी के शव गांव के बाहर बाग में एक पेड़ पर दो दुपट्टों के सहारे लटके मिले थे। दूसरे दिन शवों के घर पहुंचने के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर घण्टों हंगामा काटा। अधिकारियों व संभ्रांत लोगों के समझाने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए चले गए। अटैना घाट पर भी परिजनों ने डीएम व एसपी के आने के बाद शवों का अंतिम संस्कार किया। पुलिस अन्य बिंदुओं पर भी जांच कर रही है। घटनास्थल से मोबाइल फोन और किशोरी के कपड़ों से मिले सिम ने मामले को और उलझा दिया। कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के गांव भगौतीपुर निवासी बबली जाटव (18) पुत्री रामवीर तथा शशी जाटव (15) पुत्री पप्पू जाटव सोमवार देर शाम मंदिर पर हो रहे जन्माष्टमी के भजन कीर्तन सुनने के लिए गयी थी। बीती रात दोनों घर आयी और किशोरी शशी की गांव की बुआ सोनी पत्नी मनोज कुमार निवासी दिल्ली जो अपने भाई अमरपाल के यहाँ गाँव भगौतीपुर में आई थी, के घर जाने की बात कह चली गयीं। मंगलवार सुबह दोनों के शव गांव के निकट एक बाग में पेड़ पर दो दुपट्टों को बांधकर बनाए गए फंदे से लटके मिले थे। पैनल से हुए पीएम में फांसी लगने की पुष्टि हुयी थी। बुधवार सुबह शव गांव पहुंचते ही परिजन हत्या का आरोप लगाकर हंगामा काटने लगे। मामले को बढ़ता देख डीएम वी0के0 सिंह, एसपी आलोक प्रियदर्शी, सीओ कायमगंज जय सिंह परिहार, उप जिलाधिकारी रवेंद्र कुमार, सीओ मोहम्मदाबाद अरुण कुमार, सीओ सिटी प्रदीप कुमार व अन्य थानों की पुलिस के साथ गांव पहुंचे। उन्होंने संभ्रांत लोगों के साथ परिजनों को अंतिम संस्कार करने के लिए राजी किया। परिजन शव लेकर बदायूं के अटैना घाट पहुंच गए। अटैना घाट पर डीएम व एसपी के न आने पर परिजन एक बार फिर अंतिम संस्कार करने से मना करने लगे। परिजनों ने आरोप लगाया की उनकी बेटियों की हत्या की गयी है। उनके शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उनके साथ मारपीट कर शवों को पेड़ पर लटकाया गया है। सीओ सिटी प्रदीप कुमार व एसडीएम रवेंद्र कुमार ने भी परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन अधिकारियों को बुलाने की बात पर अड़े रहे। परिजनों ने डीएम व एसपी से मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की। कुछ समय बाद डीएम व एसपी के आश्वासन पर स्वजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस भी मामले का जल्द खुलासा करने की बात कह रही है।
ग्रामीणों में चर्चा, हत्या या आत्यमहत्या ?
गांव से लेकर घाट तक लोग जगह-जगह जमावाड़ा बनाए रहे। लोग हत्या या आत्महत्या की वजह तलाशते रहे। लोगों को दोनों का एक साथ रहना, खाना पीना व साथ-साथ सोना भी असमंजस में डाले रहा। हालांकि पुलिस भी सभी बिंदुओं पर गहनता से जांच कर रही है।
छावनी बन गया गंगा घाट
स्वजन शवों के अंतिम संस्कार के लिए बुधवार दोपहर अटैना घाट पहुंच गए। शवों का क्रियाकर्म पूरा होने के बाद अंतिम संस्कार के लिए बिफर गए। मामला बढ़ता देख जिले का तमाम फोर्स व आला अधिकारियों सहित घाट पर पहुंच गया। जिससे घाट छावनी में तब्दील हो गया। शवों के अंतिम संस्कार तक अधिकारी घाट पर डटे रहे। एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया घटना के सभी बिंदुओं पर जांच चल रही है। पीएम रिपोर्ट में फांसी लगने से मौत की पुष्टि हुयी है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।
मरकर भी जुदा नहीं हुईं किशोरियां
बीते दिन फांसी पर लटकी मिलीं किशोरियों के शवों का परिजनों ने आज अंतिम संस्कार कर दिया। बताते हैं कि दोनों एक साथ रहती थीं। सोना व खाना भी एक ही साथ होता था। वहीं मरने के बाद भी दोनों जुदा नहीं हुईं। उनका अंतिम संस्कार भी एक साथ ही किया गया। इसकी चर्चा ग्रामीणों की जुबान पर थी। ग्रामीणों का कहना है कि दोनों के मकान आमने सामने होने के कारण दोनों में प्रगाढ़ प्रेम था। उनकी फ्रेंडशिप की हर कोई मिशाल देता था। फिलहाल पुलिस हत्या की गुत्थी सुलझाने में लगी हुई है।