अयोध्या में आयोजित आठवां दीपोत्सव ऐतिहासिक रहा जिसमें दो विश्व कीर्तिमान स्थापित हुए। राम की पैड़ी पर 25 लाख से अधिक दीये 35 मिनट में जलाए गए और सरयू माता की महाआरती में 1600 साधु-संत और भक्त शामिल हुए।
अयोध्या में दीपोत्सव का शुभारंभ हो चुका है. राम की पैड़ी पर एक और नया रिकॉर्ड बन गया है. एक साथ 55 घाटों पर 25 लाख दिये जलाकर राम की पैड़ी को जगमग कर दिया गया है. इसी के साथ एक और महा रिकॉर्ड बन गया है. रिकॉर्ड 25 लाख 12 हजार 585 दीये जलाकर दीपोत्सव ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया है. सरयू के दोनों ओर जुटे हजारों लोग इस अनोखे पल को अपने-अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर रहे हैं. वहीं दूर-दूर से आए श्रद्धालु इस दीपोत्सव कार्यक्रम का आनंद उठा रहे हैं.
दीपोत्सव शुरू होने से पहले 1100 अर्चकों ने सरयू की आरती उतारी. इस दौरान सीएम योगी भी मौजूद रहे. बता दें कि 500 साल बाद अयोध्या में पहली बार ऐसा हुआ कि जब रामलला की मौजूदगी में अयोध्या वासी दीवाली मनाएंगे. इस बार भगवान राम के विराजमान होने के बाद पहली बार 25 लाख दीयों से राम की पैड़ी सहित 55 घाट जगमग हो रहे हैं.
इतना ही नहीं 1100 अर्चकों ने सरयू नदी के तट पर महाआरती की. इस समय हजारों की संख्या में भक्त राम की पैड़ी पर मौजूद हैं और दीपोत्सव का आनंद उठा रहे हैं. इस अवसर पर राममंदिर में पहली दिवाली पर रामलला पीतांबर धारण करेंगे. पीले रंग के सिल्क की धोती और वस्त्र में ही रामलला का शृंगार होगा. दीपावली के लिए ख़ास तौर पर रामलला का डिज़ाइनर वस्त्र तैयार किया गया है. पीले रंग के सिल्क के वस्त्र पर रेशमी कढ़ाई के साथ ही सोने और चांदी के तारों की कढ़ाई भी की गई है. कई लड़ियों की माला और आभूषणों से रामलला का शृंगार किया जाएगा. पीला रंग शुभ माना जाता है और रेशमी वस्त्र को भी शुभ माना गया है. गुरुवार को दिवाली होने की वजह से भी रामलला पीले वस्त्र में दर्शन देंगे.