फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। सैय्यद पहलवान शाह के उर्स में अकीदतमंदों ने दरगाह पर माथा टेंककर मुरादें मांगी। गागर चादर जुलूस निकालकर रस्म अदा की गई। दरगाह पर चल रहे भंडारे में अकीदतमंदों ने तबर्रुख पाया। दूरदराज से आए कव्वलों ने अपने फन का जौहर दिखाया।
गुरुवार को नौचंदी जुमेरात पर दरगाह का सालाना 125 वां उर्स धूमधाम से मनाया गया। उर्स में दूर दराज से आए लोगों ने शिरकत की। दूरदराज से आए कव्वालों ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया। शाम को बैंडबाजों के साथ गागर चादर के साथ जुलूस निकाला गया। जुलूस जिला जेल चौराहे से शुरू होकर दरगाह पहुंचा। यहां बाबा की दरगार पर चादरपोशी की रस्म अदा की गई। रात को महफिले कव्वाली का आयोजन किया गया। कन्नौज के जहीर कव्वाल, गुरसहायगंज के साजिद चिश्ती कव्वाल, फर्रुखाबाद के कमालुद्दीन, कानपुर से रहूफ कव्वाल सहित आसपास के कव्वालों ने अपने नगमे सुनाये। सुबह चार बजे कुल का कार्यक्रम होने के बाद उर्स का समापन हुआ। संतोष चंद्रा, हर्ष वर्मा, राजीव कुमार, विपुल गुप्ता, कन्हैया पाल, रामदास ताऊ, विजय, अमित, इंद्रजीत, विकास राज यादव, ताजुद्दीन अहमद, तालिब, आंनद, तफज्जुल रहमान, फैजुल, खुशहाल, इमरान, अखिल, आनंद सिंह, डॉ मोहित खन्ना, अनुज आदि मौजूद रहे।
हिन्दू मुस्लिम की मिसाल रखा दरगाह पर 125 वें उर्स का हुआ आगाज
