उन्नाव, समृद्धि न्यूज। सफीपुर-चौधरीखेड़ा मार्ग पर मुंडा गांव के निकट ग्राहक सेवा केंद्र संचालक से लूट की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन में जुट गई। सफीपुर-चौधरीखेड़ा मार्ग पर मुंडा गांव के पास एसबीआई के ग्राहक सेवा केंद्र संचालक से बाइक सवार नकाबपोश तीन बदमाश 3.35 लाख रुपये लूट ले गए। पीड़ित के अनुसार, उसने विरोध किया तो नकाबपोश लुटेरों ने कनपटी पर तमंचा लगा दिया। आईजी-एसपी ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और पीड़ित से जानकारी ली। आईजी ने घटना के जल्द खुलासे का निर्देश दिया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार आसीवन थानाक्षेत्र के गांव टिकराकुमेदान निवासी छेदनू प्रसाद कुरसठ कस्बे में जनसेवा केंद्र चलाता है। साथ ही भारतीय स्टेट बैंक का भी काम करता है । वह बैंक खाते से रुपये निकालने सफीपुर ब्रांच गया था। अलग-अलग दो खातों से उसने 3.35 लाख रुपये निकाले और 5:15 बजे बाइक से घर के लिए निकला। छेदनू प्रसाद के अनुसार सफीपुर-चौधरीखेड़ा मार्ग पर फतेहपुर चौरासी थाना क्षेत्र के मुंडा गांव के पास शारदा नहर पर पहले से बाइक की लाइट बंद करके लुटेरे खड़े थे। उन्हें आता देख लुटेरों ने उनकी बाइक के आगे अपनी बाइक लगा दी। हेलमेट लगाए एक लुटेरा अपनी बाइक को स्टार्ट किए खड़ा रहा और दो अन्य लुटेरों ने कनपटी पर तमंचा लगाकर बैग की बेल्ट को कटर से काट दिया। विरोध किया तो मारपीट की और बैग लूटकर भाग गए। घटना के तीन घंटे बाद रात 8:15 बजे छेदनू ने राहगीरों की मदद से बांगरमऊ-लखनऊ मार्ग पर मौजूद पुलिस कर्मियों को घटना की जानकारी दी। लूट की सूचना पर आसीवन, फतेहपुर चौरासी और सफीपुर पुलिस मौके पर पहुंची। पीड़ित को साथ लेकर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज जांची। एसपी, सीओ ने भी जांच की। लुटेरों की तलाश में पुलिस छानबीन करती रही लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। मंगलवार सुबह आईजी प्रशांत कुमार ने एसपी के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया और पीड़ित से घटना की जानकारी ली। उन्होंने दो किलोमीटर दूर डकौली गांव के बाहर शराब की दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की। बैंक शाखा के भी कैमरों की फुटेज जांची गई है। सीओ माया राय ने बताया कि फतेहपुर चौरासी थाने में लूट की रिपोर्ट दर्ज की गई है। घटना की जांच की जा रही है। जल्द खुलासा किया जाएगा।
समय बदलकर निकालने आता था रुपये
ग्राहक जनसेवा केंद्र संचालक एक समय में रुपये नहीं निकलता था। वह कभी सुबह, कभी दोपहर तो कभी शाम को रुपये निकालता था। जिन रास्ते से संचालक जाता था, वह सुनसान है। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि लुटेरों को इसका पता था। वहीं पुलिस घटना को अभी तक संदिग्ध मान रही है। पीड़ित के मुताबिक, वह बैग टांगे था लेकिन घटना से पहले शराब ठेके के कैमरे में जांच की गई तो उसमें पीठ पर बैग नजर नहीं आया है। आसीवन एसओ ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि घटनास्थल से पांच किलोमीटर दूर चौधरीखेड़ा पुलिया के पास पुलिस चेकिंग कर रही थी। फिर भी तीन घंटे बाद सूचना दी गई।