फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। ब्लाक बढ़पुर के ग्राम धिमरपुरा मौनी आश्रम के निकट चल रही श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन कथा वाचक विनोद कुमार शास्त्री के अपने मुखार से भगवान शिव-माता पार्वती के विवाह की कथा की अमृत वर्षा की। भगवान शंकर व माता पार्वती के विवाह प्रसंग को सुन श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए। प्रसंग का वर्णन करते हुए कथा व्यास विनोद कुमार शास्त्री ने कहा कि पर्वत राज हिमालय की घोर तपस्या के बाद उनके घर अवतरित माता पार्वती बचपन से ही बाबा भोलेनाथ की अनन्य भक्त थीं, एक दिन पर्वतराज के घर महर्षि नारद पधारे और उन्होंने भगवान भोलेनाथ के साथ पार्वती के विवाह का संयोग बताया। उन्होंने कहा कि नंदी पर सवार भोलेनाथ जब भूत पिशाचों के साथ बरात लेकर पहुंचे तो उसे देखकर पर्वतराज और उनके परिजन अचंभित हो गए, लेकिन माता पार्वती खुशी से भोलेनाथ को पति के रूप में स्वीकार कर लिया। शिव-पार्वती प्रसंग का वर्णन करते हुए कथा वाचक विनोद कुमार शास्त्री ने कहा कि शिव पार्वती की आराधना भागवत का अभिन्न अंग है। इसके श्रवण से ही मनुष्य के सारे मानसिक व आत्मीय विकारों का अंत हो जाता है। उन्होंने कहा की ईश्वर के प्रति समर्पण भाव से ही प्रभु मिलते हैं। उन्होंने कहा कि कथा सुनने से श्रोताओं में भावुकता और आनंद की अनुभूति होती है, क्योंकि यह एक अत्यंत शुभ और मंगलकारी प्रसंग है। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस भागवत कथा में शिव विवाह की कथा देखकर भाव-विभोर हो गए। इस अवसर पर अनीता गुप्ता, विपिन गुप्ता, रचना गुप्ता, धनश्याम कुशवाहा, अर्जुन गुप्ता, कृष्णा, विकास कश्यप, सुमित, नेहा, हिमांशु आदि मौजूद रहे।
शिव विवाह की कथा सुन भक्त हुए भावविभोर
