उत्तर प्रदेश और राजस्थान सहित अलग-अलग राज्यों में पिछले कुछ महीनों से ट्रेनों को पलटाने की साजिश का मामला लगातार सामने आ रहा है. कभी ट्रैक पर गैस सिलेंडर तो कभी बड़े-बड़े पत्थर रखकर ट्रेन को डिरेल करने की साजिश रची जा रही है. हालांकि लोको पायलट की सूझबूझ से अभी तक कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है. इस बीच यूपी की राजधानी लखनऊ में ट्रेन पलटाने की साजिश का नया मामला सामने आया. यह घटना बीते बुधवार की है. लखनऊ के रहीमाबाद क्षेत्र में दिलावर नगर और रहीमाबाद के बीच ट्रैक पर कुछ लोगों ने टाई फीट लंबा और छह इंच मोटा लकड़ी का गुटका रख दिया था.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में स्थित रहीमाबाद क्षेत्र में गरीब रथ एक्सप्रेस को पलटने की साजिश को रेलवे कर्मियों और चालक की सतर्कता ने नाकाम कर दिया। दिलावर नगर और रहीमाबाद के बीच रेलवे ट्रैक पर अराजक तत्वों ने ढाई फीट लंबा और छह इंच मोटा लकड़ी का गुटका रखा था, जिससे ट्रेन के इंजन के टकराने पर तेज आवाज हुई। चालक ने तुरंत ट्रेन रोककर रहीमाबाद स्टेशन मास्टर को सूचना दी, जिससे बड़ा हादसा टल गया। रेलवे कर्मी की तहरीर पर रहीमाबाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। RPF और यूपी पुलिस की संयुक्त टीम मामले की गहन जांच कर रही है।
दिलावर नगर और रहीमाबाद के बीच की है घटना
घटना सुबह करीब 2:43 बजे की है, जब सहरसा-आनंद विहार गरीब रथ एक्सप्रेस (05577) लखनऊ की ओर जा रही थी। दिलावर नगर और रहीमाबाद के बीच खंभा नंबर 11099/11 के पास अपलाइन की दोनों पटरियों के बीच ढाई फीट लंबा, छह इंच मोटा सूखा लकड़ी का गुटका और कुछ हरे पेड़ की डालियां रखी मिलीं। इन पर एक पीला गमछा ढका हुआ था, जिस पर राम नाम लिखा था। इसके अलावा, खंभा नंबर 11099/12 के पास कुछ आम की डालियां भी रखी थीं। ट्रेन के चालक ने लकड़ी से टकराने की सूचना रहीमाबाद स्टेशन मास्टर ओम प्रकाश को दी।
अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ मुकदमा
स्टेशन मास्टर की सूचना पर गैंगमैन राजेश रंजन मौके पर पहुंचे और ट्रैक पर रखे गुटके, डालियों और गमछे को हटाकर रेलवे लाइन को साफ किया। आरपीएफ इंस्पेक्टर हुकुम सिंह और राजेश रंजन ने रहीमाबाद थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने बताया कि रेलवे कर्मी की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है। आरपीएफ और उत्तर प्रदेश पुलिस की संयुक्त टीम हर एंगल से घटना की गहन जांच कर रही है। पुलिस ट्रैक पर मिली चीजों की फॉरेंसिक जांच भी कराएगी। वहीं, CCTV फुटेज खंगाल कर संदिग्ध चेहरों की तलाश की जा रही है।
राम नाम लिखा हुआ मिला गमछा
दिलावर नगर और रहीमाबाद के बीच पिलर नंबर 11099/11 के पास अपलाइन की दोनों पटरियों के बीच लकड़ी का गुटका और हरे पेड़ की डालियां रखी मिलीं. इन पर एक पीला गमछा भी रखा हुआ था, जिसपर राम नाम लिखा हुआ था. वहीं अगले पिलर के पास कुछ आम की डालियां भी रखी हुई थीं. स्टेशन मास्ट की सूचना पर गैंगमैन मौके पर पहुंचा और ट्रैक पर रखे गुटके, डालियं और गमछे को हटाकर रेलवे लाइन को साफ किया.
आरोपियों को ढूंढ रही पुलिस
घटना को लेकर पुलिस ने बताया कि रेलवे कर्मी की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है. आरपीएफ के साथ-साथ यूपी पुलिस की संयुक्त टीम हर एंगल से घटना की जांच कर रही है. साथ ही आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज के जरिए संदिग्ध चेहरों की भी तलाश शुरू कर दी गई है.
बीते साल रची गई थीं ऐसी ही कुछ साजिशें
बता दें कि हाल के वर्षों में यूपी में ट्रेनों को पटरी से उतारने की कई साजिशें सामने आई हैं. हालांकि, सतर्कता के चलते बड़े हादसे टल गए. बीते साल अक्टूबर में कानपुर में बैरागपुर और उत्तरीपुरा के बीच ही ऐसी एक साजिश रची गई थी. इसमें ट्रैक पर गैस सिलेंडर रखा गया था. साजिश रचने वालों के निशाने पर कालिंदी एक्सप्रेस थी. हालांकि, लोको पायलट ने समय रहते ट्रेन रोक दी थी और बड़ा हादसा टल गया था.
इसी साल नवंबर में बरेली में भी ऐसी ही एक साजिश नाकाम की गई थी. तबसैंथल स्टेशन के पास ट्रैक पर सीमेंट की टूटी हुई बेंच रखी गई थी. इससे पहले अगस्त में फर्रुखाबाद में कुछ युवकों ने रेल ट्रैक पर लकड़ी का टुकड़ा रखा था. इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा था.