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प्रयागराज में प्रतियोगी छात्रों का दूसरे दिन भी आंदोलन जारी, अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर बोला हमला

केशव प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान

प्रयागराज स्थित यूपी लोक सेवा आयोग के बाहर प्रतियोगी छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है. प्रतियोगी छात्र वन डे वन शिफ्ट एक्जाम की मांग कर रहे हैं.  प्रतियोगी छात्र नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया का भी विरोध कर रहे हैं. सोमवार सुबह 10 बजे से ही प्रतियोगी छात्र आयोग के बाहर जुटने शुरू हो गए थे. प्रतियोगी छात्रों को आयोग तक पहुंचने से रोकने के लिए बैरिकेटिंग लगाई गई थी लेकिन छात्रों कि हुजूम बेरीकेटिंग तोड़ते हुए आयोग के गेट नंबर 2 के पास पहुंच गया. सुबह से लगातार आयोग के बाहर पोस्टर बैनर हाथों में लेकर प्रतियोगी छात्रों ने प्रदर्शन किया. रात में मोबाइल की लाइट जलाकर भी विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रतियोगी छात्र प्लास्टिक की खाली बोतलें पीट कर अपना विरोध दर्ज कराया. आयोग के सामने सड़क और डिवाइडर पर बड़ी संख्या में प्रतियोगी छात्र और छात्राएं बैठे रहे.विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं का कहना है कि बगैर आयोग से आश्वासन मिले वापस  नहीं लौटेंगे. प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि  आयोग से 41 जिलों में पीसीएस प्री 2024 आयोजित कर रहा है इसे प्रदेश के सभी 75 जिलों में आयोजित किया जाना चाहिए ताकि एक दिन में एक शिफ्ट में परीक्षा कराई जा सके इससे आयोग को नॉर्मलाइजेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी. प्रतियोगी छात्रों की दलील है कि एक बार भर्ती प्रक्रिया शुरू होने के बाद नियमों में बदलाव नहीं किया जा सकता. उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने एक फैसले में इस बात को कहा है.  प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि जब तक आयोग से उन्हें लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक वह पीछे नहीं हटेंगे फिलहाल आयोग के बाहर हजारों की संख्या में प्रतियोगिता अभी भी डटे हुए हैं बड़ी संख्या में प्रतियोगी छात्र-छात्राएं यूपी के विभिन्न जिलों और दिल्ली से आए हैं. यूपी लोक सेवा आयोग ने 7 और 8 दिसंबर को यूपीपीसीएस प्री 2024 कराना प्रस्तावित किया है जबकि आर ओ व ए आर ओ 2023 प्रारंभिक परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को करने का प्रस्ताव रखा गया है. प्रतियोगी छात्र दोनों ही परीक्षाएं एक दिन एक शिफ्ट में कराए जाने की मांग कर रहे हैं इसके अलावा नॉर्मलाइजेशन कभी विरोध कर रहे हैं. हालांकि आयोग की ओर से अभी तक प्रतियोगी छात्रों को कोई आश्वासन नहीं मिला है.

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सीएम ने कहा कि हर हाथ में अब तिरंगा लहराएगा। भाजपा का जुल्म सहा न जाएगा। युवा विरोधी भाजपा का छात्राओं और छात्रों पर लाठीचार्ज बेहद निंदनीय कृत्य है। हम युवाओं के साथ हैं। इलाहाबाद में UPPSC में धांधली को रोकने के लिए अभ्यर्थियों ने जब अपनी मांग बुलंद की तो भ्रष्ट भाजपा सरकार हिंसक हो उठी। हम फिर दोहराते हैं- नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं। जब भाजपा जाएगी, तब नौकरी आएगी। युवा कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा।

केशव मौर्य ने एक्‍स पर ल‍िखा, ‘‘यूपी पीसीएस परीक्षा में एक से अधिक दिन की परीक्षा, निजी संस्थानों को केंद्र न बनाने और मानकीकरण प्रक्रिया को लेकर छात्रों की चिंताएं गंभीर और महत्वपूर्ण हैं। छात्रों की मांग है कि परीक्षाएं पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी हों, ताकि उनकी मेहनत का सम्मान हो और भविष्य सुरक्षित रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में, भाजपा सरकार ने 2017 से भर्ती माफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाकर निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया की मिसाल पेश की है। लगभग 7 लाख युवाओं को नियुक्ति पत्र देकर सरकार ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय दिया है।”उन्‍होंने आगे कहा, ”सभी सक्षम अधिकारी छात्रों की मांगों को संवेदनशीलता से सुनें और शीघ्र समाधान निकालें। यह सुनिश्चित करें कि छात्रों का कीमती समय आंदोलन में नहीं, बल्कि उनकी तैयारी में लगे। न्यायालय में लंबित मामलों का भी शीघ्र समाधान निकाला जाए, ताकि किसी छात्र का भविष्य अंधकार में न रहे।”

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