न्यायिक कार्य से विरत अधिवक्ताओं ने कोर्ट चलने पर की थी नारेबाजी, अर्दली को पीटा
लम्भुआ/सुलतानपुर: बार एसोसिएशन अध्यक्ष पर हुए हमले को लेकर, दर्ज प्राथमिकी के आधार पर लंभुआ पुलिस द्वारा गिरफ्तारी न करने पर बीते दिनों से स्थानीय तहसील के अधिवक्ता न्याय कार्य से विरत है। बार एसोसिएशन सचिव के अनुसार न्याय कार्य से विरत होने के बावजूद उपजिलाधिकारी ने कोर्ट चलाई थी। उपजिलाधिकारी अर्दली के अनुसार चलती कोर्ट में पहुंच कर दर्जन भर से अधिक अधिवक्ताओं ने नारेबाजी करते हुए सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई और उन्हें मारा पीटा। पुलिस ने अर्दली द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार बीते दोनों बार एसोसिएशन अध्यक्ष रवि शंकर उपाध्याय पर गांव के कुछ लोगों द्वारा ईंट पत्थर आदि से जानलेवा हमला किया गया था। जिसमें पुलिस द्वारा किसी की गिरफ्तारी नहीं की गयी है। जबकि प्राथमिकी नामजद की गई है। इस बात से नाराज अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से विरत रहने का फैसला किया था। बीते शुक्रवार को उपजिलाधिकारी गामिनी सिंगला आईएएस द्वारा कोर्ट चलाने का निर्णय किया गया। जिसमें पुकार होने लगी। वहीं चलती कोर्ट में कई अधिवक्ता पहुंच गए और न्यायिक कोर्ट चलने का विरोध करते हुए हो हल्ला करने लगे। अर्दली रकीबुद्दीन ने बताया कि अधिवक्ताओं में भयेन्द्रजीत यादव, रामसागर पाठक, देवेन्द्र श्रीवास्तव, कृष्णमोहन दुबे, शीतला प्रसाद श्रीवास्तव व रत्नाकर दूबे जिनके साथ अन्य कई अधिवक्ता भी थे। यह लोग मना करने पर अशब्दो का प्रयोग करते हुए अर्दली के रूप में तैनात मेरे साथी प्रदीप कुमार पाण्डेय सहित हम दोनों लोगों को गाली गलौज दिए। सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए हम दोनों के हाथ पकड़ कर घसीटने लगे तथा मेरे साथ धक्का मुक्की करते हुए थप्पड़ों से मारने पीटने लगे। यह उक्त लोग जान से मारने की धमकी देते हुए कोर्ट से बाहर चले गये। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अखिलेश सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में है और अर्दली द्वारा दिए गए तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है जांच की जा रही है।