गुजरात के सूरत में बीजेपी की महिला इकाई की नेता दीपिका पटेल (30) ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. दीपिका का शव कमरे में पंखे से लटका मिला. पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. दीपिका पटेल की आत्महत्या के बाद गुजरात में बवाल मच गया है. पुलिस इस मामले को स्पेशल केस के तौर पर ले रही है और आगे की जांच शुरू कर दी गई है. पुलिस ने दीपिका की मौत के बाद उनके एक साथी के साथ हुए बातचीत का खुलासा किया है, जिसमें बीजेपी नेता ने खुद के तनाव से गुजरने की बात स्वीकार की थी. पुलिस के अनुसार, घटना से पहले दीपिका पटेल ने वार्ड 30 के पार्षद चिराग सोलंकी को फोन कर बताया कि वह तनाव में हैं और अपना जीवन खत्म करना चाहती हैं. चिराग, जिन्हें वह अपना भाई मानती थीं, तुरंत उनके घर पहुंचे. उन्होंने बार-बार दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद दरवाजा तोड़कर देखा गया तो दीपिका का शव पंखे से लटका हुआ मिला.घटना के समय दीपिका के पति घर से बाहर थे. लेकिन बच्चे घर पर ही मौजूद थे. चिराग सोलंकी ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया. लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि उनकी मौत फांसी से हुई. पुलिस ने उनके मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है और फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है ताकि उनकी आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा सके. इस बीच, मृतका के एक रिश्तेदार ने ये भी कहा कि दीपिका लंबे समय से भाजपा की कार्यकर्ता थीं और समाज सेवा भी कर रही थीं. उनके परिवार को हमेशा दीपिका की हत्या का डर था. रिश्तेदार ने कहा कि ये हत्या भी हो सकती है. पुलिस को इस मामले में गंभीरता से जांच करनी चाहिए.
परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
इस बीच, मृतक के एक रिश्तेदार ने कहा कि दीपिका लंबे समय से भाजपा की कार्यकर्ता थीं और समाज सेवा भी कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने बताया कि उनके परिवार को हमेशा दीपिका की हत्या का डर था। उन्होंने आगे कहा कि आत्महत्या के वक्त दीपिका का परिवार और बच्चे घर पर थे, और उनका पति खेत में था।
क्या दीपिका को कोई ब्लैकमेल कर रहा था?
पुलिस ने परिवार के आरोपों के बाद बीजेपी के पार्षद चिराग सोलंकी से तीन घंटे तक पूछताछ की है। पुलिस दीपिका के आत्महत्या करने के कारणों को लेकर छानबीन कर रही है। ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि क्या दीपिका को कोई ब्लैकमेल कर रहा था? जिसके बाद दीपिका ने जान दे दी। डीसीपी विजयसिंह गुर्जर के अनुसार डॉक्टरों ने फांसी के कारण मौत की पुष्टि की है।