कंपिल, समृद्धि न्यूज। बीमारी से पीडि़त लोकतंत्र सेनानी की मौत हो गई। मौत की खबर पर स्वजन बिलखने लगे। राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। वह चार महीनों तक जेल में रहे।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र के गांव त्योरखास निवासी 90 वर्षीय लोकतंत्र सेनानी सोनेलाल बाथम की शनिवार सुबह मौत हो गई। शव देखकर स्वजन बिलखने लगे। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। स्वजनों के अनुसार वह कई वर्षों से लकवा की बीमारी से पीडि़त थे। मृतक के दो पुत्र गोपाल व गोविंद हैं। दोपहर गांव पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी। 25 जून 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की घोषणा की। विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया गया। देश भर में आंदोलन हुए। काले कानून के विरोध में तत्कालीन एमएलसी गिरीश चंद्र तिवारी के नेतृत्व में 14 नवंबर 1975 में चार महीने जेल में रहे। थाना प्रभारी विश्वनाथ आर्या ने बताया राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
बीमारी से पीडि़त लोकतंत्र सेनानी की मौत
