फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। पचास वर्ष पूर्व आये पांच पाकिस्तानी प्रशासन व खुफिया विभाग के लिए सिर दर्द बन गये हैं, क्योंकि उनका कोई रिकार्ड नहीं मिल रहा है।
जानकारी के अनुसार बीती 23 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंक हमले में करीब 26 पर्यटकों की मौत हो गयी थी। तब से भारत-पाक के बीच तनातनी चल रही है। भारत सरकार ने वीजा पर आये पाकिस्तानियों को 1 मई तक देश छोडऩे का फरमान सुना दिया। जिस पर अधिकांश लोग भारत छोडक़र जा चुके हैं, लेकिन कुछ अब भी शेष बचे हैं जो वर्षों पहले आये भारत आये थे। उनका तो रिकार्ड ही खुफिया विभाग व प्रशासन के पास नहीं हैे। जो प्रशासन व खुफिया विभाग के लिए सिरदर्द बन गया है। बताते हैं कि करीब पचास वर्ष पूर्व जनपद में पांच पाकिस्तानी आये थे। अब जब सरकार द्वारा भारत छोडऩे की बात कही गयी है, जिससे प्रशासन में हडक़ंप मच गया, क्योंकि उपरोक्त पांच लोगों का रिकार्ड़ ही न तो खुफिया विभाग के पास है और न ही प्रशासन के पास है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि खुफिया विभाग इतने दिन क्यों सोता रहा। अब जब सिर मुड़वाते ही ओले पडऩे की बात आयी, तो खुफिया विभाग निद्रा से जागा और रिकार्ड खंगालने में जुट गया, लेकिन उनकी कोई जानकारी नहीं मिल रही है। जो खुफिया विभाग की गले की हड्डी बन गयी है।
50 वर्ष पूर्व आये पांच पाकिस्तानियों का खुफिया विभाग व प्रशासन के पास कोई रिकार्ड नहीं
