बच्ची बोली मां द्वारा बीती शाम बनायी गयी सब्जी पराठे खाने से बिगड़ी हालत
प्रशासन ने शुरु की मामले की जांच, खाद्य निरीक्षक ने पहुंचकर लिये सैंपल
कायमगंज, समृद्धि न्यूज। फूड पॉइजनिंग से एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि उसी परिवार के तीन अन्य बच्चों की हालत बिगड़ गयी। जिन्हें सीएचसी में भर्ती कराया गया है। जहां से उन्हें लोहिया अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार कोतवाली कायमगंज के ग्राम ग्राम लखनपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में अध्ययनरत गांव की छात्रा रीता उम्र 11 वर्षीय पुत्री रामसिंह ने बताया कि बीती रात उसकी मां मनिका देवी ने सोयाबीन की सब्जी व नमक के पराठे बनाये थे। जैसे ही मैं व मेरी बहन गीता उम्र 12 वर्ष, बहन सुनीता उम 10 वर्ष, भाई अंशुल उम्र 6 वर्ष ने उपरोक्त सब्जी व नमक के पराठे खाये। सुबह होने पर बहन सुनीता व अन्य सभी की हालत बिगड़ गयी। जिस पर गांव के ही प्रधान जो कि झोलाछाप छाप भी हैं, को दिखाया। उन्होंने सुनीता को मृत घोषित कर दिया। जबकि अन्य बच्चों को उल्टी दस्त शुरु हो गये। घटना की सूचना 108 एम्बुलेन्स को दी गयी। मौके पर पहुंचे एम्बुलेन्स ई0एमटी सुनील कुमार, पायलट शाकिर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाकर भर्ती कराया। वहीं माँ मनिका देवी व पिता रामसिंह ने बताया की बच्चियों ने गॉव के प्राथमिक विद्यालय व उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ती हैं। बीते दिन स्कूल में जाकर मिड-डे-मील में बनी तहरी खा ली। जब हमारे बच्चे घर पर आये, तभी उनको उल्टी दस्त शुरु हो गये। हमने बेटी सुनीता को नीबू का घोल बनाकर पिला दिया। सुबह होने पर बेटी सुनीता की मौत हो गई। घटना की सूचता पाते ही उपजिलाधिलाधिकारी रवेन्द्र सिंह, तहसीलदार विक्रम सिंह, कस्बा चौकी इन्चार्ज नागेन्द्र सिंह, कांस्टेबिल विजय कुमार, सिपाही आशीष ने पहुँचकर जॉच पड़तात कीष। उधर सूचना पाते ही डिप्टी सीएमओ रजन गौतम डा0 विपिन को साथ लेकर मृतका सुनीता के घर पहुँचे तथा खाद्य सुरक्षा आयुक्त अजीत सिंह, खाद्य अक्षय प्रधान ने तहरी, आटा, सरसों के तेल, चाय का नमूना भरवाया। मृतका का पिता राम सिंह जौरा स्थित ईंट भट्टे पर नौकरी करता है। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
विद्यालय की इंचार्ज ने बताया 69 लोगों ने खायी तहरी, अन्य की क्यों नहीं बिगड़ी हालत
प्राथमिक विद्यालय की इंचार्ज प्रगति कटियार ने बताया कि पीडि़त परिवार द्वारा मि-डे-मील को दोष देना गलत है। उन्होंने बताया कि स्कूल में बनी तहरी को तो 69 बच्चों और अध्यापकों ने भी खाया था। उन्होंने बताया कि मृतका सुनीता और उसका भाई गुलशन पिछले तीन दिनों से तो स्कूल ही नहीं आ रहे हैं, जबकि उनका भाई अंशुल बुधवार को स्कूल आया था। वहीं स्कूल के अन्य बच्चों ने भी तहरी खाना और किसी की हालत न बिगडऩा बताया। वहीं एसडीएम रवेंद्र सिंह ने भी कहा कि मिड-डे-मील खाने से बच्चों की हालत नहीं बिगड़ी है।
गांव में मेडिकल कैंप लगाकर वितरित की गयीं दवायें
लखनपुर गांव में फूड प्वाइजनिंग की घटना होने के बाद डाक्टर विपिन कुमार ने स्वास्थ्यकर्मियों के साथ गांव में कैंप लगाया और ग्रामीणों को डायरिया व बुखार की दवाओं का वितरण किया। साथ ही उन्होंने कहा कि मौसम बदल रहा है। ऐसे में विशेष ऐतियात बरतने की जरुरत है। ठंडी चीजों से परहेज करें, अन्यथा खांसी, जुकाम, बुखार जल्द गिरफ्तार में ले सकता है। उन्होंने ग्रामीणों को सलाह भी दी।