समृद्धि न्यूज। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले को लेकर केंद्र सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। सूत्रों का कहना है कि राजनाथ सिंह बैठक की अध्यक्षता कर सकते हैं। गृह मंत्री अमित शाह व राजनाथ ने कई दलों के नेताओं से इस पर चर्चा की है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने पहलगाम के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक की मांग की थी।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले में 28 निर्दोष नागरिकों की बरहमी से हत्या कर दी गई। इस कायराना हमले की जिम्मेदारी भले ही किसी आतंकी संगठन ने ली हो, लेकिन भारत ने इसके पीछे सीधे तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया, हमले के 24 घंटे के भीतर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक की, इसमें भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक के बाद एक 5 बड़े फैसले लिए,् इससे पूरी दुनिया को साफ संदेश दे दिया गया कि भारत अब सिर्फ निंदा नहीं करेगाए कार्रवाई करेगा।
सर्जिकल डिप्लोमैटिक स्ट्राइक
प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में हुई इस आपात बैठक में भारत ने ऐसी सर्जिकल डिप्लोमैटिक स्ट्राइक की, जिससे पाकिस्तान की कमर टूटती नजर आ रही है, गजब बात ये है कि इस स्ट्राइक में कोई भी गोली नहीं चली, फिर भी पाकिस्तान की बर्बादी पक्की है, खैर जानते है कि आखिर वो कौन से फैसले हैं, जो पाक के बार्बादी की कहनी लिखेंगे, सबसे पहला फैसला हुआ सिंधु जल समझौते को रद्द करने का, यह वही समझौता है, जिसके तहत भारत पिछले 60 सालों से पाकिस्तान को अपने हिस्से का पानी दे रहा था, लेकिन अब यह पानी रोकने की तैयारी हो चुकी है। दूसरा बड़ा फैसला अटारी बॉर्डर पोस्ट को बंद करने का हुआ है। तीसरे बड़े फैसले के तहत भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए एसएएआरसी वीजा स्कीम को पूरी तरह खत्म कर दिया है। भारत ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात रक्षा, थलसेना, वायुसेना और नौसेना सलाहकारों को सात दिन के अंदर देश छोडऩे का आदेश दिया है, इसके साथ ही भारत ने इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग से भी सभी सलाहकारों को वापस बुला लिया है।
सैन्य कार्रवाई संभव
सूत्रों ने बताया कि राजनाथ के साथ सीडीएस व तीनों रक्षा सेवाओं के प्रमुखों की बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ उठाए जा सकने वाले सैन्य कदमों पर चर्चा हुई। बाद में राजनाथ ने इन कदमों की जानकारी सीसीएस बैठक में पीएम मोदी व अन्य मंत्रियों के साथ साझा की। राजनयिक कदमों के अलावा पाकिस्तान को जल्द ही किसी सैन्य कार्रवाई का सामना भी करना पड़ सकता है।