फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। अटेवा के प्रदेश संयुक्त मंत्री ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने सरकार से मांग की है कि जिस प्रकार एनपीएस व यूपीएस दोनों पेंशन स्कीम में कर्मचारियों के सेवाकाल में मरने या अपंगता के साथ जीवित रहने पर सरकार पुरानी पेंशन का विकल्प दे रही है। उसी प्रकार सामान्य रुप से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी सेवानिवृत्त पर पुरानी पेंशन का विकल्प दें। सरकार को कर्मचारियों के साथ दोहरा व्यवहार नहीं करना चाहिए। कर्मचारियों को मृत्यु के बाद पेंशन की जितनी आवश्यकता होती है उससे ज्यादा आवश्यकता जीवित रहने पर होती है। कहीं सरकार सेवानिवृत्त पर एनपीएस या यूपीएस या ओपीएस तीनों में से एक कोई पेंशन योजना चुनने का विकल्प दें। कर्मचारियों को वर्तमान परिस्थिति में जो लाभकारी प्रतीत होगी उसका चुनाव कर लेंगे। सरकार के लिए ऐसा करना ज्यादा मुश्किल भी नहीं होगा, क्योंकि यूपीएस में २५ साल की सेवा पर मूल वेतन का लगभग ५० प्रतिशत तथा महंगाई देने की बात पहले हो। अगर सरकार ओपीएस का भी विकल्प दे देगी तो भी कोई इतना बड़ा आर्थिक बोझ आने वाला नहीं है और सरकार की तीनों पेंशन योजनायें चलती रहेगी। इससे एक बहुत बड़ा देशव्यापी मुद्दा खत्म हो जायेगा और सरकार को कर्मचारियों का भारी समर्थन मिल जायेगा, जिसका लाभ होगा।
सरकार एनपीएस व यूपीएस के साथ ओपीएस का भी विकल्प दें: ज्ञानप्रकाश
