फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। फतेहगढ़ शहर की एतिहासिक व गंगा जमुनी तहज़ीब की मिसाल लोको स्थिति दरगाह हजऱत मखदूम शाह सय्यद शहाबुद्दीन औलिया अलैहि रहमा जिलकायदा के महीने की 16वीं बड़े ही धूमधाम से मनाई गई। दूर दराज से आए अकीदतमंदों ने अपने-अपने तरीके से फूल वा चादर पेश की। जिसमें सभी मजहब के जायरीनों ने हाजिरी दी और अपनी अकीदत पेश की और लंगर भी तकसीम किया गया।
दरगाह के नायब सज्जादा नशीन ने खिताब पेश कर कहा की सभी मुसलमानों को नमाज का पाबन्द होना चाहिए, खानकाहों से अकीदत रखना चाहिए, ये दरगाहें मानवता का प्रतीक है। सूफी संतों ने सदैव अमन संदेश देने के साथ सभी धर्मों का सम्मान करने की शिक्षा दी है। आज सूफी संतो की शिक्षा से दूरी से ही हमारी भाई चारगी समाप्त हो रही है। हर दौर में औलिया-ए कराम ने अमन भाई चारगी का सन्देश इनके आस्ताने पे आने वालों को रूहानी फैज के साथ साथ इंसानियत का भी पैगाम मिलता है। दरगाह के नायब सज्जादा नशीन शाह मोहम्मद वसीम साहब ने बताया सूफी संतों ने समाज से बुराइयों को मिटा कर एक साफ समाज की बुन्याद रख्खी है और चारों ओर मोहब्बत के हमेशा चिराग रोशन करते रहे। इस मौके पर कब्बाल कमालुद्दीन ने कलाम पेश किये। तुमे मालूम किया रुतबा शहाबुद्दीन शाह का है फरिश्तों में बड़ा चर्चा शहाबुद्दीन शाह का है। फरहान सबरी ने बेहतरीन अंदाज में कुरान पाक की तिलावत की। इस मौके पर आफताब साबरी, रफत हुसैन, हनीफ , मोवीन सबरी, राहुल, अंसार साबरी, अमीर हुसैन, बिलाल, राजेश, आकाश, शिवम आदि मौजूद रहे।
हजरत शाह शहाबुद्दीन औलिया का महाना उर्स शरीफ सम्पन्न
