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योगी सरकार की नारी सशक्तिकरण की खुली पोल! यदि शीघ्र ही न्याय नहीं मिला, तो कलेक्ट्रेट में आत्मदाह करने को मजबूर होगी पीडि़ता

 ससुरालीजनों से प्रताडि़त महिला न्याय पाने के लिए अधिकारियों के लगा रही चक्कर
मारपीट के मामले में पुलिस ने कई बार बदलवायी तहरीर, लेकिन नहीं लिखी रिपोर्ट
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। जहां एक ओर सूबे की सरकार नारी सशक्तिकरण का दम्भ भर रही है और उसका उत्पीडऩ न हो, इसलिए तरह-तरह से जागरुक कर रही है, लेकिन नारियों का आज भी उत्पीडऩ बंद नहीं हुआ है। नारियां न्याय पाने के लिए पुलिस अधिकारियों से लेकर जिला प्रशासन के चक्कर लगाकर जब हार जाती हैं, तो या तो वह मौत को गले लगा लेती हैं, या फिर पेट्रोल आदि डालकर आत्मदाह करने की कोशिश करती हैं, तब जाकर पुलिस अधिकारी व जिला प्रशासन जागता है। ऐसा ही एक मामला फतेहगढ़ कोतवाली के अंतर्गत भोलेपुर निवासी नगलादीना का प्रकाश में आया है। जहां ससुरालीजनों द्वारा प्रताडि़त की गयी महिला आज भी न्याय पाने के लिए पुलिस अधीक्षक व फतेहगढ़ कोतवाली के चक्कर लगा रही है, लेकिन उसकी आवाज को न सुनकर अनसुना किया जा रहा है। ऐसे में पीडि़त परिवार ने दो टूक कह दिया है कि यदि उसकी रिपोर्ट शीघ्र दर्ज न कर दोषी ससुरालीजनी के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की गयी, तो वह भी कलेक्ट्रेट परिसर में आत्मदाह करने को मजबूर होगी, जिसकी समस्त जिम्मेदारी पुलिस अधिकारियों तथा जिला प्रशासन की होगी।
जानकारी के अनुसार कोतवाली फतेहगढ़ के मोहल्ला नगलादीना निवासी प्रियंका पुत्री स्व0 राजेंद्र राजपूत का विवाह शिवम राजपूत पुत्र अनिल राजपूत निवासी नगला नगला नैन थाना कोतवाली फतेहगढ़ के साथ २०२० में हुआ था। कुछ दिन तक तो ससुरालीजनों का व्यवहार पीडि़ता के प्रति सही रहा, लेकिन उसके बाद ससुरालीजनों के व्यवहार में अचानक परिवर्तन आ गया। वह पीडि़ता को तरह-तरह से प्रताडि़त करने लगे और एक दिन ऐसा आया जब ससुरालीजनों ने पीडि़ता का समस्त स्त्रीधन आदि छीनकर उसे धक्के मारकर बेईज्जत करके घर से निकाल दिया। तब से पीडि़ता अपनी मां पर बोझ बनकर रह रही है। पीडि़ता की मां की आय का कोई साधन नहीं है। जिससे वह भी काफी परेशान है। इसी बीच दिनांक 28.04.2025 को पीडि़ता को जानकारी हुई कि उसके पति शिवम राजपूत ने दूसरी शादी कर ली है। इस पर पीडि़ता अपनी मां दुर्गेश वर्मा व भाई ऋषभ राजपूत के साथ ससुरालीजनों के घर जा पहुंची। जहां पीडि़ता ससुरालीजनों से कोई बात करती, कि इससे पूर्व ही ससुरालीजन पति शिवम राजपूत, ससुर अनिल वर्मा, सास प्रतिभा देवी, ननद निधि, देवर सूरज व सास का भतीजा प्रवीन गाली-गलौज करते हुए पीडि़ता, उसकी व भाई पर हमलावर हो गये और लाठी-डंडों व बेल्टों आदि से जमकर पिटाई की। जिससे पीडि़ता व उसकी मां व भाई तीनों गंभीर रुप से घायल हो गये। ससुरालीजन बोले यहां से भाग जाओ वरना तीनों को जान से मार दूंगा। इसके बाद पीडि़ता मां व भाई के साथ फतेहगढ़ कोतवाली पहुंची। जहां घटना के संबंध में तहरीर दी, लेकिन नाकारा पुलिस ने कई बार तहरीर बदलवायी। जिससे ससुरालीजनों का बचाव किया जा सके। पुलिस ने कोतवाली में करीब रात्रि ११:३० बजे तक बैठाले रखा और तहरीर लेकर चलता कर दिया, लेकिन न ही पीडि़तों का डाक्टरी परीक्षण कराया और न ही पीडि़ता की रिपोर्ट लिखी गयी। इसके बाद पीडि़ता ने दिनांक ३० अप्रैल को पुलिस अधीक्षक को तहरीर दी, लेकिन वहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद कई तहरीरें पुलिस अधीक्षक को दी गयीं, लेकिन आज तक पीडि़ता की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गयी। पीडि़ता का कहना यदि शीघ्र ही पुलिस से उसे न्याय नहीं मिला, तो वह कलेक्ट्रेट परिसर में आत्मदाह जैसा कदम उठाने को बाध्य होगी, जिसकी समस्त जिम्मेदारी पुलिस अधिकारियों व जिला प्रशासन की होगी।

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