यूपी में मौसम ने यू-टर्न ले लिया है। इसका असर बीती रात से दिखने लगा। कई जिलों में धूल भरी आंधी के साथ ओले गिरे। बहराइच में बड़ी साइज का ओला गिरा। आज सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से पूर्वी-तराई इलाकों के 45 से ज्यादा जिलों में गरज-चमक संग बूंदाबांदी के आसार हैं। बुधवार को प्रदेश के विभिन्न इलाकों में पूर्वा हवाएं चलीं और बादलों की आवाजाही संग संतकबीर नगर, बहराइच, चुर्क आदि में छिटपुट बूंदाबांदी देखने को मिली ।
लखनऊ. भीषण गर्मी की मार झेल रहे उत्तर प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है. प्रदेश के कई जिलों में आंधी के साथ जोरदार बारिश और ओले गिरने से लोगों को राहत मिली है. हालांकि कई जगहों से गेंहू की फसल बर्बाद होने की सूचना भी मिल रही है. मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से पूर्वी और तराई इलाकों के 50 से ज्यादा जिलों में गरज-चमक संग बूंदाबांदी का पूर्वानुमान लगाया गया है. लखीमपुर खीरी, बहराइच, संतकबीर नगर, इटावा और चुर्क में मौसम बदलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है. मौसम विभाग ने इस दौरान 50 किलोमीटर की रफ़्तार से हवाएं चलने की संभावना भी व्यक्त की है. कहीं-कहीं आकाशीय बिजली गिरने की सम्भावना है. राजधानी लखनऊ में भी बूंदाबांदी के आसार हैं.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक बृहस्पतिवार को पश्चिमी विक्षोभ के असर से पूर्वा और पछुआ हवा में प्रतिक्रिया होगी। इससे बारिश की तीव्रता और क्षेत्रफल में बढ़ोतरी होगी। इससे दिन के पारे में 2 से 4 डिग्री की गिरावट के संकेत हैं। हालांकि रात के पारे में बढ़त देखने को मिलेगी। जिन इलाकों में बारिश होगी, वहां 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चलेगी। कहीं-कहीं वज्रपात के भी आसार हैं। यूपी के विभिन्न इलाकों में बूंदाबांदी का यह दौर 13 अप्रैल तक चलने की संभावना है।