अलीगढ़: आगरा में अवैध धर्मांतरण गिरोह के खुलासे के बाद अलीगढ़ में खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। अलीगढ़ में एक संगठित धर्मांतरण गिरोह के पर्दाफाश के बाद पुलिस और खुफिया एजेंसियों में हडक़ंप मच गया है। बताया जा रहा है कि इस नेटवर्क ने सैकड़ों महिलाओं को अपने जाल में फंसाया। जिनमें से करीब 97 महिलाएं अब भी लापता हैं। मामला केवल लव-जिहाद तक सीमित नहीं, बल्कि इसके तार देश के कई राज्यों से होते हुए विदेशों तक जुड़ते नजर आ रहे हैं। दो बहनों की संदिग्ध गुमशुदगी से शुरू हुई जांच अब एक अंतरराष्ट्रीय धर्मांतरण रैकेट का रूप ले चुकी है, जिसमें हनीट्रैप, ब्रेनवॉश, फंडिंग और किडनैपिंग जैसे गंभीर पहलू जुड़ते जा रहे हैं। पूरा मामला जितना डरावना है, उतना ही पेचीदा भी।
पहले अवैध धर्मांतरण और विदेशी फंडिंग में दोषी पाए गए उमर गौतम का नेटवर्क अलीगढ़ तक फैला था। उसकी गिरफ्तारी के बाद मिली लिस्ट में 33 महिलाओं के नाम थे, जिन्होंने 2018 में धर्मांतरण किया था। इनमें से तीन महिलाएं अलीगढ़ की थीं। वह नौकरी का लालच देकर लोगों का धर्मांतरण करवाता था। जिले में जनवरी से अब तक 97 महिलाएं लापता हैं, जिनमें 17 किशोरियां हैं। खुफिया एजेंसियां धर्मांतरण के एंगल से भी जांच कर रही हैं। धर्मांतरण के मुख्य आरोपी छांगुर का अलीगढ़ से कोई कनेक्शन है या नहीं, इसकी भी जांच की जा रही है। आगरा पुलिस की छह राज्यों में कार्रवाई के बाद अलीगढ़ पुलिस भी सक्रिय हो गई है। पहले भी अलीगढ़ में धर्मांतरण के मामले सामने आ चुके हैं और आरोपियों के तार अलीगढ़ से जुड़े रहे हैं। इस गिरोह ने काम को विभागों में बांटा हुआ था-एक विभाग पैसा जुटाता, दूसरा अग्निशामक धर्मांतरण या ब्रेनवॉश करता, जबकि तीसरा महिलाओं को छुपाने और नया पहचान पत्र दिलवाने का काम संभालता था। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, कमजोर तबके की महिलाएं इन मॉड्यूल की प्रमुख निशाना थीं। कई मामलों में धमकी, शारीरिक शोषण और शह देकर काम करवाने जैसी गंभीर घटनाएं भी सामने आई हैं। पुलिस की टास्क फोर्स और एसटीएफ ने राजस्थान, पश्चिम बंगाल, गोवा, उत्तराखंड व दिल्ली समेत छह राज्यों में मारे गए छापों में 10 प्रमुख आरोपियों को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने बताया कि इनके पास विदेश से मिलने वाली फंडिंग से जुड़े साक्ष्य भी मिले हैं। पहले भी अलीगढ़ में धर्मांतरण के कई मामले सामने आ चुके हैं। इन मामलों में पकड़े गए आरोपियों के तार अलीगढ़ से जुड़े हुए थे। आंकड़ों के अनुसार, अलीगढ़ जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से जनवरी से अब तक कुल 97 महिलाएं लापता हैं। इनमें से ज्यादातर महिलाओं को बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप है। लापता महिलाओं के परिजन उन्हें ढूंढने के लिए लगातार पुलिस थानों के चक्कर काट रहे हैं। ऐसे में पुलिस ने नए सिरे से इन महिलाओं की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि कहीं इनमें से किसी महिला का धर्मांतरण तो नहीं करा दिया गया।
अलीगढ़ में धर्मांतरण के नेटवर्क पर खुफिया एजेंसिया सतर्क, करीब 97 महिलायें लापता
