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ईरान ने इजराइल के ऊपर अपना पहला सीधा अटैक किया

ईरान ने इजराइल के ऊपर अपना पहला सीधा अटैक किया है. इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया कि ईरान ने 150 से ज्यादा फिदायीन ड्रोन और 200 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें इजारइल की तरफ दागे हैं. जिसके बाद इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने फौरन डिफेंस फोर्स और अन्य अधिकारियों के साथ वॉर मीटिंग की. लेकिन हमले के कुछ ही घंटों बाद ईरान का आधिकारिक बयान सामने आया जिसमें उन्होंने युद्ध खत्म करने की बात कही. ईरान ने कहा कि इजराइल पर उसका ड्रोन हमला संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 पर आधारित था. ये हमला सीरिया के दमिश्क में, उसके दूतावास पर इजराइल के 1 अप्रैल के हमले के जवाब में किया गया था. ईरान ने कहा कि हमले के साथ ही मामले को खत्म माना जा सकता है. यानी ईरान ने इस युद्ध के खत्म होने की बात कह दी है.
ईरान (Iran) के इजरायल (Israel) पर ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद कई देश खुलकर इजरायल के समर्थन में आ गए हैं. अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने खुलकर ईरान के हमले की निंदा की है. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन स्पष्ट रहे हैं कि इजरायल की सुरक्षा के लिए हमारा समर्थन दृढ़ है. वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि इन हमलों से तनाव बढ़ने और क्षेत्र को अस्थिर करने का खतरा है ईरान की ओर से अभूतपूर्व बदला लेने की कार्यवाही के मिशन में सैकड़ों ड्रोन, बैलिस्टिक मिसाइलों और क्रूज मिसाइलों को लॉन्च किये गये. जिसके बाद रविवार तड़के पूरे इजरायल में धमाके और हवाई हमले के सायरन बजने लगे, जिसने मध्य पूर्व को एक क्षेत्रव्यापी युद्ध के करीब धकेल दिया.
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख और अन्य लोगों की ओर से इस हमले की तीव्र निंदा की गई है. फ्रांस ने कहा कि ईरान संभावित युद्ध का जोखिम उठा रहा है. ब्रिटेन ने हमले को ‘लापरवाह’ कहा और जर्मनी ने कहा कि ईरान और उसके प्रतिनिधियों को ‘इसे तुरंत रोकना चाहिए’. इजरायली सेना के प्रवक्ता, रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि ईरान ने कई ड्रोन, क्रूज मिसाइलें और बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. जिनमें से अधिकांश को इजरायल की सीमाओं के बाहर रोका गया. उन्होंने कहा कि युद्धक विमानों ने इजरायली हवाई क्षेत्र के बाहर भी अकेले 10 से अधिक क्रूज मिसाइलों को रोका. उन्होंने कहा कि मुट्ठी भर मिसाइलें इजराइल में उतरने में कामयाब रहीं. बचावकर्ताओं ने कहा कि एक हमले में दक्षिणी इजरायल के बेडौइन अरब शहर में एक 10 वर्षीय लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई, जबकि हगारी ने कहा कि एक अन्य मिसाइल ने सेना के अड्डे पर हमला किया, जिससे हल्की क्षति हुई लेकिन कोई घायल नहीं हुआ. हागारी ने कहा कि ईरान की ओर से व्यापक पैमाने पर हमला किया गया है. यह पूछे जाने पर कि क्या इजरायल जवाब देगा, हागारी ने केवल इतना कहा कि सेना ‘इजरायल अपनी सुरक्षा के लिए जो भी आवश्यक है वह करेगा.ईरान ने शनिवार को इजरायल के खिलाफ अपना पहला पूर्ण पैमाने पर सैन्य हमला शुरू किया. उसने इजरायल पर ड्रोन हमले किये. ईरान के सरकारी मीडिया ने बताया कि दर्जनों ड्रोन दागे गए. इजरायली सेना के प्रवक्ता, रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि हमले वाले विमान को आने में कई घंटे लगेंगे और देश तैयार है.
Conducted on the strength of Article 51 of the UN Charter pertaining to legitimate defense, Iran’s military action was in response to the Zionist regime’s aggression against our diplomatic premises in Damascus. The matter can be deemed concluded. However, should the Israeli regime make another mistake, Iran’s response will be considerably more severe. It is a conflict between Iran and the rogue Israeli regime, from which the U.S. MUST STAY AWAY!

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