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जम्मू-कश्मीर: रामबन में भारी बारिश के बाद भूस्खलन से तबाही

समृद्धि न्यूज। जम्मू-कश्मीर में मौसम में हुए बदलाव के कारण पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, ये बारिश लोगों पर कहर बनकर टूटी है। रामबन जिले के बागना इलाके में रविवार को बारिश के बाद बादल फट गया। इस कारण 3 लोगों की मौत हो गई, कई इमारतें और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं।् कई जगह पर रास्ते ब्लॉक हो गए हैं। एक ही रात में इलाके के लोगों को भारी नुकसान हुआ है। कई लोगों के मकान और दुकान पूरी तरह तबाह हो चुके हैं।

कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति

जानकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में पिछले कई दिनों से बारिश हो रही है।् रामबन जिले में रविवार सुबह बारिश के बाद बादल फटने से 3 लोगों की मौत हो गई। लगातार हो रही मूसालाधार बारिश ने जन जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।् जिले के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है, जिससे आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के साथ हो रहे भूस्खलन ने हालात और भी बदतर कर दिए हैं।

कर्मकांड से 100 लोगों को बचाया गया

खराब मौसम और भारी बारिश के कारण बाढ़ आने की संभावना को देखते हुए रामबन प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। जिला प्रशासन ने रामबन के सभी सरकारी और निजी स्कूल, कॉलेज और तकनीकी शिक्षा संस्थान 21 अपै्रल को बंद रखने का आदेश जारी किया है। अचानक बादल फटने के कारण आम लोगों का जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इलाके के लोग सरकार से गुहार कर रहे हैं कि उनका घर और दुकान पूरी तरह तबाह हो चुका है।् लोगों को कहना है कि एक ही रात की बारिश ने उन्हें तबाह कर दिया है।् एसएसपी रामबन कुलबीर सिंह ने कहा कि सभी पुलिस स्टेशनों को अलर्ट कर दिया गया है और कर्मकांड से करीब 100 लोगों को बचाया गया है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पोस्ट करते हुए कहा कि अधिकारी स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं ताकि जहां भी जरूरत हो तत्काल बचाव कार्य सुनिश्चित किया जा सके।् केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि रामबन में नुकसान के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 44 अवरुद्ध है।

रातों-रात बाजार हो गया गायब

रामबन निवासी ओम सिंह ने बताया कि मैं दूसरी तरफ रहता हूं, लेकिन वहां भी पानी का बहाव बहुत तेज था। हम समय पर यहां नहीं पहुंच सकें। जब मैं यहां पहुंचा, तो मैंने देखा कि मेरी दुकान सहित पूरा बाजार गायब हो गया था, यह पहली बार है जब मैं ऐसा कुछ देख रहा हूं। रामबन के एक दुकानदार रवि कुमार ने बताया कि उनकी दो दुकानें हैं, जो रातों-रात गायब हो गईं हैं, उनमें लाखों रुपये का सामान था।

कश्मीर में भी खतरा

पुलिस कंट्रोल रूम के मुताबिक रामबन जिले के सेरी, केला मोड़ और धर्मकुंड में करीब 50 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं किश्तवाड़ में भी भूस्खलन उधर किश्तवाड़ जिले के नाग सेनी इलाके के पत्थर नक्की गांव में लगातार चार दिनों से पहाड़ों पर भूस्खलन और जमीन धंसने का सिलसिला जारी है। जमीन धंसने से मचैल माता मंदिर को जोडऩे वाले किश्तवाड़ पाडर मार्ग का 200 मीटर हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं कश्मीर में भी लगातार वर्षा से कई स्थानों पर जलस्त्रोत उफान पर हैं और लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है।

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