समृद्धि न्यूज़ अयोध्या। विश्व हिन्दू परिषद ने अपने सभी सांगठनिक कार्यक्रम और बैठकें तथा सम्मेलन कुंभ में करने का निर्णय लिया है।विश्व हिंदू परिषद महामंत्री की ओर से इस सिलसिले में जारी की गई विस्तृत कार्य योजना के अनुसार पूरे कुंभ भर संगठन का अड्डा वहीं जमा रहेगा। बागड़ा की ओर से सितम्बर में ही जारी पत्र के अनुसार उन्नीस जनवरी को मेरठ,लखनऊ,पटना क्षेत्र का मातृशक्ति सम्मेलन,चौबीस को केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक,अगले दिन पच्चीस को प्रथम बेला में साध्वी सम्मेलन, द्वितीय बेला में संत सम्मेलन होगा।इसी क्रम में सत्ताइस जनवरी को युवा संत सम्मेलन।छह फरवरी को मंत्रियों एवं संगठन मंत्रियों की बैठक। सात से नौ फरवरी तक प्रन्यासी मंडल की बैठक।दस फरवरी को विमर्श कार्यशाला।दस व ग्यारह फरवरी को विभाग मंत्री और संगठन मंत्रियों का अभ्यास वर्ग। ग्यारह व बारह फरवरी को बजरंग दल की अखिल भारतीय बैठक।बारह को विभाग संगठन मंत्री अभ्यास वर्ग।पंद्रह व सोलह को धर्म प्रसार अखिल भारतीय बैठक।पंद्रह,सोलह और सत्रह फरवरी मातृशक्ति,दुर्गा वाहिनी की अखिल भारतीय बैठक।सत्रह को धर्म प्रसार संत बैठक।उन्नीस को गोरक्षा अखिल भारतीय बैठक तथा बीस को गोरक्षा सम्मेलन होगा।
महामेले में कचरे पर नियंत्रण का जिम्मा संभालेगा आरएसएस, हर घर को कुंभ से जोड़ेगा संघ
अयोध्या। श्रीराम मन्दिर बनाने वाली विश्व हिन्दू परिषद और भारतीय जनता पार्टी के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने प्रयाग कुंभ को स्वच्छ रखने में योगदान के लिए बड़ा अभियान चलाया है।वास्तविक मन्तव्य तो देश के हर परिवार को प्रयाग कुंभ से जोड़ने का है।घर-घर से थाली और थैला एकत्रित कर महामेले तक पहुंचाया जाएगा ताकि प्रत्येक श्रद्धालु के लिए थाली की व्यवस्था हो सके और पालिथिन के प्रयोग पर अंकुश रहे।संगठनों के वटवृक्ष आरएसएस ने पंच संकल्पों के क्रम में स्वदेशी और पर्यावरण के दृष्टिगत कुंभ में बड़ा अभियान चलाने का निर्णय लिया है।इसमें विश्व हिन्दू परिषद और भारतीय जनता पार्टी सहित सभी आनुषांगिक संगठनों का सक्रिय सहयोग रहेगा।जानकारी मिली है कि कुंभ मेले में पड़ाव डाले साधु सन्तों से सम्पर्क करके उन्हें अभियान से जोड़ने के लिए जत्थे तैयार किए गए हैं।अनुमानित चालीस करोड़ के श्रद्धालुओं के पहुंचने से डिस्पोजेबल थाली प्लेट आदि का कचरा बहुतायत में तैयार होगा और गन्दगी बढ़ाएगा।इससे निबटने के लिए संघ ने पहले से ही कमर कस ली है।जैसे जत्थे कुंभ में तैनात किए जाएंगे वैसे ही हर शाखा से स्वयंसेवकों की टोली घर घर जाकर एक एक थाली एक एक थैला एकत्रित करेगी। संघ कार्यकर्ताओं की अपनी व्यवस्था इसे कुंभ मेले तक पहुंचाएगी। कुंभ में तैनात जत्थे में सेवाभावी कार्यकर्ताओं को लगाया गया है। वे ‘जहां कम,वहां हम’ की भावना से काम करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि हर श्रद्धालु तक दोनों वस्तुएं पहुंचे जाए। संघ समरसता का ध्वजवाहक है। ऐसे में सामाजिक असमानता समाप्त करने की दिशा में इसे महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।