राज्य महिला आयोग सदस्य डॉ प्रियंका मौर्या की जनसुनवाई अयोध्या पुलिस से हताश पीड़ित महिलाओं की उमड़ी भीड़
समृद्धि न्यूज़ अयोध्या। ….मैडम मेरे पति कई साल से लापता है,पुलिस ने मुकदमा नहीं लिखा तो कोर्ट के जरिए मुकदमा तो दर्ज कराना पड़ा लेकिन अब पुलिस कोई मदद नहीं कर रही है।प्लीज मैडम,मेरी मदद करा दीजिए…..! मैडम गुरुद्वारे के कुछ लोगों ने मुझे गुरुद्वारे में सबके सामने जलील कर दिया और पुलिस कोई सुनवाई नहीं कर रही है कृपया मेरी मदद करा दीजिए। बुधवार को यह फरियादें उन पीड़ित महिलाओं की रही जिनके साथ घटनाएं तो घटित हुई लेकिन अयोध्या पुलिस से उन्हें कोई मदद नहीं मिल पा रही थी।यह मौका था उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ प्रियंका मौर्या की उपस्थिति में महिला उत्पीडन से संबंधित प्रकरणों के निस्तारण के लिए सर्किट हाउस सभागार में आयोजित जनसुनवाई का जहां आयोग की सदस्य डॉ मौर्य ने पीड़ित पक्ष के साथ बराबर में बैठकर जनसुनवाई की। जनसुनवाई के दौरान लगभग 51 प्रकरण प्राप्त हुए,जिसमें सभी प्रकरणों के समाधान के लिए डॉ मौर्या द्वारा मौके पर सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।जनसुनवाई के दौरान महिला उत्पीडन,घरेलू हिंसा,मारपीट,पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार,पुलिस विभाग से सम्बंधित,कब्जे से सम्बंधित तथा दहेज उत्पीड़न से सम्बंधित शिकायतें सामने आई।इस दौरान डॉ मौर्या द्वारा प्रत्येक आवेदन को बहुत ही गम्भीरता के साथ सुना गया।कई प्रकरणों में महिलाएं काफी भावुक हो गयी जिस पर उनके द्वारा पीड़ित महिलाओं को ढांढस बंधाया गया।उन्हें बल देते हुए डॉ मौर्य ने कहा कि वे उनके साथ है और उन्हें न्याय अवश्य मिलेगा।साथ ही सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का भी लाभ उन्हें दिलाया जायेगा।इस बीच आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान सदस्य डॉ मौर्या ने कहा कि जनसुनवाई के दौरान जो भी पीड़ित महिलाएं आयी है उनकी समस्याओं का तुरन्त निस्तारण करने का प्रयास किया जा रहा है।सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से तत्काल वार्ता कर प्रकरण को निस्तारित करने के लिए निर्देशित किया गया। इसके साथ ही बहुत सारे मामलों को आपसी वार्ता से भी निस्तारित कराने का प्रयास किया जा रहा है।इसके साथ ही पीड़ित महिलाओं व उनके बच्चों के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है,जिससे पीड़ित पक्ष व उनके आश्रितों को किसी प्रकार की असुविधा न हों।सदस्य डॉ मौर्या द्वारा सम्बंधित अधिकारियों को त्वरित निस्तारण हेतु भी आदेश देते हुए कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महिलाओं की सुनवाई जनपद स्तर व मुख्यालय स्तर पर गम्भीरता के साथ की जाती है। यदि पीड़ित को लग रहा है कि कार्यवाही धीरे चल रही है तो उसके लिए राज्य महिला आयोग उन पीड़ित महिलाओं के साथ है और राज्य महिला आयोग उनके लिए त्वरित कार्यवाही के लिए कार्य कर रहा है।जनसुनवाई के आयोजन का मुख्य उद्देश्य पीड़ित महिलाओं की सहायता करते हुए उनको न्याय दिलाना व उत्पीड़न से बचाना है।उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्पीड़न से सम्बंधित प्रकरणों के सुनवाई एवं निस्तारण हेतु उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के सदस्यों द्वारा प्रत्येक जनपद में जनसुनवाई का आयोजन किया जाता है,जिसमें महिला स्वयं उपस्थित होकर अपनी शिकायतें बता सकती है।इसके उपरांत सदस्य डॉ मौर्या द्वारा अभी अन्य निरीक्षण किये जा रहे है।सदस्य डॉ मौर्या ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए आवाज उठानी चाहिए,किसी भी स्थिति में दबना नहीं चाहिए, और शिक्षा को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाना चाहिए।उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे अपने हक के लिए आगे आएं और किसी भी प्रकार के उत्पीड़न के खिलाफ मजबूती से लड़ें। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा महिलाओं की सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 1090 व डायल 112 सहित अन्य नं सक्रिय है, उत्पीड़न की शिकायत इस पर की जा सकती है।जनसुनवाई के दौरान उपजिलाधिकारी अरविंद कुमार,जिला प्रोबेशन अधिकारी अश्विनी कुमार,पुलिस उपाधीक्षक योगेन्द्र कुमार, महिला थाना अध्यक्ष आशा शुक्ला,जिला सूचना अधिकारी संतोष कुमार द्विवेदी सहित संबंधित विभाग के अधिकारी/कर्मचारी,शिकायतकर्ता व उनके परिजन उपस्थित रहे।