फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। एफ एमआरएआई और यूपीएमएसआरए के राष्ट्रव्यापी आवाहन पर दवा प्रतिनिधियों ने केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों और कॉर्पोरेटपरस्ती के खिलाफ देशभर में विरोध दर्ज किया। बड़ी संख्या में दवा प्रतिनिधि हड़ताल पर रहे और २९ सूत्रीय ज्ञापन कलेक्टे्रट पहुंचकर प्रधानमंत्री सम्बोधित डीएम को सौंपा। दवा प्रतिनिधियों का कार्य पूरे दिन बंद रहा।
ज्ञापन में दर्शाया कि चार श्रम संहिताओं को रद्द करना और बिक्री संवर्धन कर्मचारी अधिनियम (सेवा की शर्ते) 1976 को बहाल रखना, निश्चित अवधि रोजगार पर रोक, जबरन छंटनी, स्थानांतरण पर प्रतिबंध, समय पर वेतन भुगतान व बोनस, ईएसआईसीए ईपीएफ और सामाजिक सुरक्षा का लाभ, ईंधन दरों के आधार पर यात्रा भत्ता बढ़ाना, मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव को अपराधी साबित करने वाले सभी प्रयास बंद करना, दवाओं पर नियंत्रण, ऑनलाइन बिक्री पर रोक और हेल्थ बजट में वृद्धि आदि २९ सूत्रीय मांगें शामिल है। सभी दवा प्रतिनिधियों ने कहा कि अनदेखी को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। सरकार व कम्पनियां सकारात्मक करें। इस मौके पर अध्यक्ष संगीत त्रिपाठीए, सचिव कपिल दिवाकर, अभिषेक शुक्ला, रोशन यादव, भूपेंद्र सिंह, हरगोविंद सैनी, हिमांशु दुबे, रबसान अली, दिव्यांशु दुबे, प्रभाकर शुक्ला, संजीव श्रीवास्तव, शिवेंद्र शुक्ला, संजीव वर्मा, शेर सिंह, संदीप अग्निहोत्री, प्रशांत तिवारी, रोहित कुमार, शिवम दुबे, अनूप द्विवेदी, समर सिंह, सौरभ श्रीवास्तव, शिवम शर्मा, नवीन गुप्ता, अनुज सोमवंशी आदि उपस्थित रहे।
दवा प्रतिनिधि मांगों को लेकर रहे हड़ताल पर, पीएम को भेजा ज्ञापन
