
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। संविदा पर कोविड के दौरान चिकित्सक, स्टाफ नर्स, कम्प्यूटर आपरेटर, वेंटिलेटर आपरेटर, वार्डब्याय, स्वीपर आदि को कोरोना महामारी के दौरान नियुक्त किया गया था। महामारी के दौरान काम लेने बाद संविदा कर्मचारियों को ०१ जून २०२३ से हटाया जा रहा है। जिसके चलते संविदा कर्मचारी, स्टाफ नर्स,कम्प्यूटर आपरेटर, वार्डब्याय आदि लोगों ने सांसद मुकेश राजपूत को संयुक्त रुप से ज्ञापन देकर मांग की है कि हम लोगों को पहले की भांति काम पर रखा जाये। पिछले पांच माह से वेतन भी नहीं मिला है। जिससे परिवार भुखमरी की कगार पर आ गया है। हम लोगों से पूरे समय काम लेने के बाद भी पांच महीने से वेतन रोक दिया गया है और ०१ जून से संविदा समाप्त करने का आदेश जारी किया गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भी शासन को भेजा है। साथ ही सांसद मुकेश राजपूत रो ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि समायोजन करते हुए पहले की भांति पुन: संविदा बहाल करते हुए कार्य पर बहाल किया जाये। ऐसा न हुआ तो संविदाकर्मी आत्महत्या करने को मजबूर होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन, प्रसासन की होगी। पीडि़त कर्मचारियों ने अपने एक दर्जन साथियों के साथ शुक्रवार को सांसद के आईटीआई स्थित आवास पर पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। सांसद ने सभी को आश्वासन दिया कि आपकी जायज मांग को शासन तक पहुंचाऊगा। उन्होंने अपना कवरिंग लेटर लगाते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौरान कर्मचारियों ने सहानुभूति रखते हुए अपने कर्तव्यों का भलीभांति पालन किया। ऐसे में इन कर्मचारियों को सेवा से मुक्त न किया जाये और नियमानुसार समायोजन किया जाये। इस संबंध में मुख्यमंत्री को सांसद ने पत्र भेजा। इस दौरान अर्जुन, असलम, रोहित के अलावा संविदा सहायक स्टाफ नर्स आदि लोग मौजूद रहे।