कृष्ण की जन्मभूमि मुक्ति में हो सनातनियों की सहभागिता: कौशल किशोर
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। नगर के राजपूताना पैलेस में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की कथा को कथावाचिका दिव्यांशी बहन द्वारा श्रवण कराया गया। वहीं श्रीकृष्ण जन्मभूमि के अस्तित्व संरक्षण के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे वृंदावन के कथावाचक कौशल किशोर ठाकुर ने कहा कि भगवान श्री राम और श्रीकृष्ण का जन्म धर्म सनातन के रक्षण और अधर्मी विधर्मियों के विनाश के लिए हुआ था। आज राम कृष्ण की पावन भूमि पर विधर्मियों का अवैध कब्जा हो चुका है। कृष्ण जन्मभूमि के असली गर्भगृह पर वक्फ बोर्ड और मस्जिद ईदगाह ने कब्जा कर रखा है। उन्होंने ज्ञानवापी मंदिर के लिए भी कहा की ज्ञानवापी भगवान शिव का मंदिर है, सभी सनातनियों को एकजुट होकर अपने धर्म के अस्तित्व के संरक्षण के लिए संघर्ष करना चाहिए, क्योंकि अपने धर्म के संरक्षण के लिए ही जीना और मरना सनातन का धर्म है। कथा आयोजक अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री राघवेंद्र सिंह राजू ने कहा कि भगवान श्रीराम के मंदिर में क्षत्रियों का अधिकार छीना गया है, जो क्षत्रिय समाज कभी इस अपमान को सहन नहीं करेगा। वहीं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि हमें गर्व है कि क्षत्रिय कुल में जन्म मिला, इसलिए हम धर्म के रक्षा के लिए प्रतिवद्ध हैं, साथ ही क्षत्रिय धर्म के अनुसार हम सभी जाति धर्म वर्ग आदि जनसमाज के अधिकारों को देखते हुए उनके न्याय के लिए तत्पर तैयार हैं और यही हमारा क्षत्रिय धर्म हमें न्याय की भावना सभी के लिए देता आया है। कथा में श्रोतागण मौजूद रहे।
भागवत में धर्म के रक्षण का संदेश…………………….
