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अधिक उर्वरक के प्रयोग से बढ़ रही कैंसर जैसी बीमारियां: सांसद

 जनपद स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी सम्पन्न, कृषकों को दी गई योजनाओं की जानकारी
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। गुरूवार को नव भारत सभा भवन ठण्डी सडक़ए में त्वरित मक्का विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी सम्पन्न हुई। मुख्य अतिथि सांसद मुकेश राजपूत व विशिष्ट अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष फतेहचन्द्र वर्मा, देवेन्द्र सिंह राठौर तथा जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी रहे।
उप कृषि निदेशक अरविन्द मोहन मिश्र ने कार्यक्रम में उपस्थिति समस्त अतिथियों तथा दूरदराज क्षेत्रों से आये कृषकों स्वागत कर विभाग में संचालित समस्त योजनाओं की विस्तार पूर्वक जानकारी दी। कृषकों से अपील की कि मृदा परीक्षण रिपोर्ट के आधार पर ही उर्वरकों का प्रयोग करें, जनपद में मृदा परीक्षण जांच रिपोर्ट से ज्ञात हुआ है कि मृदा में जीवांश कार्बन की मात्रा अत्यधिक कम है। कृषक हरी खाद एवं गोबर की खाद/जैविक खाद का प्रयोग कर मृदा में जीवांश की मात्रा बढायें तभी गुणवत्तापूर्ण तथा अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकेगें। रासायनिक उर्वरको/कीटनाशकों का प्रयोग मानक के अनुरूप ही करें। अत्यधिक उर्वरकों के प्रयोग से बचे सूचना का सम्प्रेषण कृषक में अति आवश्यक है।
जिला उद्यान अधिकारी राघवेन्द्र सिंह ने बताया कि उद्यान विभाग में संचालित संरक्षित खेती हेतु पालीहाउस एवं ग्रीनहाउस टिशू कल्चर लैव नर्सरी अपग्रेडेशन आदि पर 50 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध है एवं साथ ही मिनी कोल्डस्टोरेज, व्यक्तिगत मण्डी स्थापित करने हेतु अनुदान की व्यवस्था है। अपर मुख्य पशुचिकित्साधिकारी ने कृषकों को जनपद में संचालित योजनाओं के साथ-साथ नन्दनीय कृषक समृद्धि योजना, मिनी नन्दनी कृषक समृद्धि योजना की जानकारी दी और कृषकों को 50 प्रतिशत अनुदान की व्यवस्था है।
जिलाध्यक्ष फतेहचन्द्र वर्मा गोष्ठी में उपस्थिति कृषकों को अवगत कराया कि जनपद के कृषक अधिक मात्रा में रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करते है जिससे मृदा का स्वास्थ्य एवं फसलों की गुणवत्तायुक्त उपज नहीं ले पाते है। कृषक समय-समय पर अपने मृदा का परीक्षण कराते हुए तकनीकी जानकारी हेतु विभाग द्वारा आयोजित गोष्ठी विजिट में प्रतिभाग करके नई जानकारी भी लेते रहे। डीएम ने कृषकों को बताया कि राज्य सरकार एवं भारत सरकार द्वारा कृषकों के हितैषी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जनपद में पहलीवार मक्का एवं मूगफली की सरकारी खरीद की जा रही हैं। जनपद में पीएम किसान सम्मान निधि के 2.5 लाख लाभार्थी कृषक है, जिन्हे भारत सरकार द्वारा वर्ष में 2 हजार रुपये की तीन किस्ते उपलब्ध करायी जाती है। किसान आगे बढक़र सरकारी योजनाओं का लाभ उठायें। अपनी आय बढाने के लिए कृषि वैज्ञानिकों की सलाह के अनुसार नवीनतम् कृषि तकनीक का प्रयोग करें। सांसद मुकेश राजपूत ने कहा कि किसानों द्वारा आवश्यकता से अधिक उर्वरकों का प्रयोग किया जा रहा है। जिससे मृदा स्वास्थ्य खराब हो रही है तथा अनाज खाने से लोगों को विभिन्न प्रकार की बीमारियां कैंसर आदि बढ रही है। प्राकृतिक कृषि पद्धति से बिना रासायनिक खाद एवं रासायनिक दवा के अनाज पैदा करके देखे तथा उत्पादन अच्छा होने पर ज्यादा क्षेत्र में भी इसे अपनाएं। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन से संचालित नलों के पानी का प्रयोग करें, इससे पानी से फैलने वाली बीमारियों को रोकने में सहायता मिलेगी।
इस दौरान सांसद, डीएम ने कृषकों को जैविक कीटनाशी किट तथा रागी, वाजरा, तिल के मिनीकिट एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण भी किया गया। कृषि वैज्ञानिकों ने तकनीकी संत्र में उन्नतिशील खेती में किये जाने वाली सावधानियों की जानकारी दी। इस दौरान उप कृषि निदेशक अरविन्द मोहन मिश्र, जिला कृषि अधिकारी ब्रजेश कुमार सिंह, पर्यावरण विधि गुंजा जैन, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी सतीश कुमार, सिंह जिला प्रबन्धक यूपी डास्प डा0 सत्येन्द्र, जिला उद्यान अधिकारी राघवेन्द्र सिंह, अपर मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, अग्रणी जिला प्रबन्धक, बैंक आफ इण्डिया, सहायक अभियन्ता सिंचाई/नलकूप, कृषि वैज्ञानिक डा0 अभिमन्यु एवं अन्य विभागों के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थिति रहे।

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