चेयरमैन वत्सला व मनोज अग्रवाल ने भवन कर को लेकर की भ्रांतियां दूर
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। नगर पालिकाध्यक्ष वत्सला अग्रवाल, ईओ विनोद कुमार व चेयरमैन पति पूर्व एमएलसी मनोज अग्रवाल ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में हाउस टैक्स, वॉटर टैक्स को लेकर कर निरधारण के रेट तय किये। नगर पालिका परिसर कार्यालय पर उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि पहले 22 हजार मकान चिन्हित किये, जिन पर टैक्स लग रहा था। अब सर्वे के बाद 72 हजार मकान चिन्हित हो चुके है। जीआई सर्वे में कुछ शिकायतें आयी है। उन भ्रांतियों व कमियों को दूर करने के लिए मीडिया के माध्यम से जनता को बताया कि यह टैक्स नहीं है प्रस्तावित था। अब कच्चे मकान व झोपड़ी एवं कच्ची छत वाले मकानों में 30 वर्ग फुट वाले मकान पर टैक्स नहीं लगेगा। जिनके मकान पक्के है, मकान के बाहर गलियां है उन पर 15 पैसे वर्ग फुट टैक्स निर्धारित किया गया है और जो मुख्य मार्गों पर मकान है उनका हाउस टैक्स, वॉटर टैक्स 20 पैसे वर्ग फुट रखा गया है। 1972 के बाद दोबारा सर्वे हुआ है। हर वार्ड में निगरानी समिति बनायी गई है। जिसमें सभासद व नगर पालिका के कर्मचारी है। कोई भी समस्या है उनके द्वारा हल की जायेगी और समाधान न होने पर स्वयं नगर पालिका अध्यक्ष व ईओ समस्या का समाधान करेंगे। साथ ही लेट्रीन, बाथरुम बना है उसका 20 प्रतिशत छूट रहेगी। प्लाट पर पांच पैसे वर्गफुट टैक्स रहेगा। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया कि यदि भवन का अच्छादित क्षेत्रफल है= 20 फीट वाई 30 फीट तो वार्षिक मूल्य होगा=600X80 प्रतिशत X 0.15 (मासिक किराया) X 12=864, वार्षिक मूल्य पर लगने वाला ग्रहकर 12 प्रतिशत+जलकर 12.50 प्रतिशत=864X 24.50 प्रतिशत=211.68, इस प्रकार 600 वर्ग फीट भवन पर लगने वाला ग्रहकर/जलकर बनेगा=211.68 टैक्स बनता है। उसी के आधार पर लिया जायेगा। चेयरमैन ने बताया कि शहर में अतिक्रमण की समस्या के कारण जल भराव होता है। सुपर मशीन मंगाई गयी है जिससे खाली जगह में भरे पानी को निकाला जाता है। उन्होंने महायोजना पर बताया कि यह विनियमिति क्षेत्र के अन्तर्गत आती है। साथ ही उन्होंने नगर पालिका परिषद की नये भवन का भी निरीक्षण किया। इस मौके पर अधिशासी अधिकारी विनोद कुमार, कर निरीक्षक जगजीवन राम व जितेन्द्र मिश्रा, विजय शुक्ला, मृदुल वर्मा व अन्य कर्मचारियों के अलावा सभासद असलम अंसारी, रफी अंसारी, नौशाद, अनिल यादव आदि लोग मौजूद रहे।
नगर पालिका कर निर्धारण को लेकर 15 व 20 पैसे वर्गफुट रेट हुआ तय
