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बच्चों का चहुंमुखी विकास करना मेरा उद्देश्य: विभोर सोमवंशी

फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। देश के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन का सपना था, कि देश का हर व्यक्ति शिक्षित हो। उन्होंने शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए लोगों को प्रेरित किया और अपने जन्मदिन को शिक्षकोंं के लिए समर्पित करते हुए शिक्षक दिवस रखा, तब से अब तक हर 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। समृद्धि न्यूज के विशेष विशलेषण समाचार के अंक में शिक्षा की प्रहरी बने डीएसवीडी पब्लिक स्कूल पांचाल घाट के प्रधानाचार्य विभोर सोमवंशी ने बताया कि बचपन से ही शिक्षा के प्रति लगाव रहा। मेरे पिता महेश पाल सिंह उपकारी शिक्षक के साथ-साथ साहित्यकार व कवि है। उनके आशीर्वाद से मैं आगे बढ़ा और हर कार्य में सफलता मिलती गयी।मेरे आदर्श स्वामी विवेकानंद है। साथ ही मेरे प्रेरणा श्रोत रस्तोगी इंटर कालेज के शिक्षक सुधाकर चतुर्वेदी है। 2001 में हाईस्कूल रस्तोगी इंटर कालेज से किया। 2003 में इसी विद्यालय से इंटर पास किया। 2006 में आरपी डिग्री कालेज से बीएससी पूर्ण की। बद्री विशाल महाविद्यालय से एमए किया। साथ ही एनसीसी में सी-सर्टिफिकेट पोजीशन प्राप्त की। 2004 में आईजीडी मुम्बई से कला से किया। 2010  में डीएसवीडी पब्लिक स्कूल का प्रधानाचार्य बना। 2013 में बीएड किया। 2022-23 में हैदराबाद से फायर एण्ड सेफ्टी कोर्स किया। मेरा उद्देश्य है कि गरीब बच्चे पढ़-लिखकर आगे बढ़े और देश का नाम रोशन करें। उनकों शिक्षित बनाना मेरा उद्देश्य है। इसी विद्यालय के पढ़े हुए एक दर्जन से ज्यादा बच्चे अग्निवीर योजना के तहत सेना में नौकरी कर रहे है व अन्य विभागों में मेरे पढ़ाये हुए बच्चे कार्यरत है। बच्चों का चहुंमुखी विकास करना मेरा उद्देश्य है। विद्यालय में शीघ्र ही कम्प्यूटर शिक्षा शुरु हो रही है। नई शिक्षा नीति पसंद है। उसी के तहत बच्चों को पढ़ाकर आगे बढ़ा रहा हूं। मेरे ही विद्यालय के कई बच्चे नवोदय विद्यालय में भी चयनित हुए। खेल में क्रिकेट व दौड़ पसंद है। साथ ही साहित्य व अध्यात्म रुचि रखता हूं। समय-समय पर बच्चों को विभिन्न गतिविधियों के तहत खेलकूद व विभिन्न गोष्टियों के माध्यम से जानकारी देता हूं। मेरी सभी लोगों से अपील है कि पर्यावरण को बढ़ावा देते हुए एक पौधा अवश्य लगाये और उसे संरक्षित करें। क्योंकि पर्यावरण ही एक परिवार है। उसी की तरह उसका संचयन करना हमारा कर्तव्य है। क्योंकि इन्हीं से हमें आक्सीजन मिलती है। विद्यालय में बच्चों द्वारा समय-समय पर रैली, गोष्ठी में प्रतिभाग कराना, इसी स्कूल के बच्चे तिरंगा रैली, मेला रामनगरिया, एक भारत श्रेष्ठ भारत यात्रा, स्काउट गाइड कार्यक्रम, पोस्टर प्रतियोगिता, स्वच्छता अभियान के अलावा अन्य जागरुकता कार्यक्रमों में सम्मानित हो चुके है।

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