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16 जुलाई तक बारिश से राहत नहीं, यूपी-बिहार-बंगाल में नदियां उफान पर

समृद्धि न्यूज। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक आगामी 16 जुलाई तक बारिश से राहत के आसार नहीं हैं। इसके अलावा सीडब्ल्यूसी ने एक और चिंताजनक रिपोर्ट जारी की है। देश के अलग-अलग राज्यों में बारिश का मौसम बना हुआ है। बारिश से एक ओर किसानों के चेहरे खिले हैं, लेकिन नदी तट के आसपास रहने वाले लोगों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं, क्योंकि जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। भारतीय मौसम विभाग ने 11 से 16 जुलाई तक कई राज्यों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। इस दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, उत्तर भारत, मध्य भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में गरज के साथ बारिश की संभावना है। देश की राजधानी दिल्ली में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। शुक्रवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 7 दिनों तक दिल्ली और उसके आसपास इलाकों में बारिश का मौसम बना रहेगा।
पूर्वी राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में 11 से 16 जुलाई के दौरान कई स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। 11 और 16 जुलाई को पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में भी वर्षा तेज हो सकती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 11 से 13 जुलाई, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में 11 और 12 जुलाई को बारिश का दौर जारी रहेगा। पश्चिमी राजस्थान में 11 से 16 जुलाई के बीच भारी बारिश का अनुमान है।
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और झारखंड में भी भारी वर्षा की संभावना है। 11-12 जुलाई को पूर्वी मध्य प्रदेश में अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है। अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में 11 से 16 जुलाई के दौरान गरज के साथ तेज बारिश का दौर जारी रहेगा।

यूपी-बिहार में नदियों का जलस्तर

इस बीच बिहार में रुनीसैदपुर में बागमती नदी और बसुआ में कोसी नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है। हालांकि वे अभी खतरे के स्तर से नीचे हैं। उत्तर प्रदेश में फतेहगढ़, गढ़मुक्तेश्वर और कछला ब्रिज समेत कई गंगा निगरानी केंद्रों ने चेतावनी के स्तर से ऊपर होने की सूचना दी है। एल्गिनब्रिज में घाघरा नदी और खड्डा में गंडक नदी पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
13 राज्यों के 25 जलाशयों में जल प्रवाह सीमा के बराबर या उससे अधिक होने की सूचना मिली है। इनमें आंध्र प्रदेश में श्रीशैलम, कर्नाटक में अलमट्टी, ओडिशा में हीराकुंड और मध्य प्रदेश में इंदिरा सागर और बरगी बांध जैसे प्रमुख जलाशय शामिल हैं। गोदावरी नदी पर तेलंगाना के लक्ष्मी बैराज में 18,000 क्यूमेक्स के साथ सबसे अधिक जल प्रवाह देखा गया। मध्य प्रदेश में इंदिरा सागर जलाशय में 11,000 क्यूमेक्स का प्रवाह हुआ।

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