बोले न्यायालय जो फैसला करेगा, वही मान्य होगा
नवाबगंज, समृद्धि न्यूज। क्षेत्र के ऐतिहासिक रामताल मंदिर के स्वामित्व को लेकर काफी दिनों से तो पक्षों के बीच विवाद चल रहा है। आज कई वरिष्ठ अधिकारी उपरोक्त विवाद को सुलझाने पहुंचे।
जानकारी के अनुसार नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव काक्योली स्थित रामताल मंदिर के स्वामित्व को लेकर दो पक्षों के बीच काफी समय से विवाद चला आ रहा है। जिसमें महंत मनमोहन दास हनुमान मंदिर भोलेपुर तथा दूसरे पक्ष से महंत नरहरि के नाम शामिल हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र के कई गणमान्य व्यक्ति भी अपना हस्तक्षेप कर रहे हैं। जिसको लेकर आज महंत मोहनदास मंदिर पर पहुंचे, तो लोगों ने उनका विरोध करना शुरु कर दिया। जिसकी शिकायत थाना पुलिस में की गई। शिकायत के आधार पर एसडीम कायमगंज, क्षेत्राधिकारी मोहम्मदाबाद राजेश द्विवेदी तथा तहसीलदार कायमगंज, नायब तहसीलदार सदर तथा नायब तहसीलदार कायमगंज सहित कई अधिकारी विवाद सुलझाने मौके पर पहुंचे, लेकिन विवाद नहीं सुलझा और महंत मनमोहन दास अपने कागजात अधिकारियों के सामने पेश किये। वहीं क्षेत्राधिकारी मोहम्मदाबाद राजेश द्विवेदी तथा एसडीम कायमगंज ने नरहरि से भी कागज तलब किया। जिस पर वह कोई अभिलेख नहीं दिखा सके। जिसके चलते बढ़ती भीड़ को देख क्षेत्राधिकारी का पारा चढ़ गया और उन्होंने कहा कि मंदिर पर कोई भी अराजकता किसी पक्ष से बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सिविल न्यायालय में अपना बाद प्रस्तुत करें जो भी फैसला होगा उसके हिसाब से सर्वराकार बनाया जाएगा। इस मौके पर अधिकारियों के अलावा ग्राम प्रधान हरदुआ संजीव यादव, थाना अध्यक्ष नवाबगंज विद्यासागर तिवारी, बबना चौकी इंचार्ज योगेश श्रीवास्तव तथा कई गांव के ग्रामीण मौके पर मौजूद रहे।
अधिकारी भी नहीं सुलझा सके रामताल मंदिर का विवाद
