फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय जटवारा जदीद अंगूरी बाग में राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी रतन मोहिनी दादी की स्मृति में संगोष्ठी का आयोजन प्रबंधक राम अवतार कुशवाहा की अध्यक्षता में हुआ। इटावा से पधारी राज योगिनी ब्रह्माकुमारी सुधा बहन ने कहा की दादी का जीवन तपोमय दयामय पर उपकार परमार्थ हेतु हुआ है। उनके पद चिन्हों पर चलकर हम अपने जीवन को तपोनिष्ठ बनाए और दूसरों का भी मार्ग प्रशस्त करें, जिससे संसार की विकृतियां दूर हो और मनुष्य का जीवन सुखमय बने। बीके शोभा बहन ने दादी के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए कहा दादी हमारी मां के समान पालन करते थे, हमसे गलती हो जाने पर उसका सुधार करती थी, डांटती नहीं थी। दादी ने हम सब की बड़े प्रेम से पालन की। 101 वर्ष का जीवन पूर्ण कर परम तत्व को प्राप्त किया है। जिसको वीर्य योगी ही प्राप्त कर सकते हैं। ज्ञान योग में श्रेष्ठ थे, मेडिटेशन करना जीवन का लक्ष्य होना चाहिए। राम अवतार कुशवाहा ने कहा दादी का जीवन तपस्नी का था। उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का हम सभी को प्रयास करना चाहिए, जिससे हमारा जीवन श्रेष्ठ बनेगा। प्रधानाचार्य सुआलाल मिश्र ने कहा ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय संसार में राम राज्य लाने का अथक प्रयास कर रहा है। जिसमें हमारी दादियों का मार्गदर्शन बहुत अधिक महत्वपूर्ण है, उनके बिना हमारा जीवन कुछ भी नहीं है। बीके सत्यनारायण ने कहा सब की भलाई करने का बस सेवा करने का लक्ष्य ही हम लोगों का जीवन है, सत्य की राह पर चलने वालों का जीवन कष्ट में हो सकता है, लेकिन दुखदाई नहीं, सत्य की नाव हिलेगी डुलेगी, लेकिन डूबेगी नहीं। माउंट आबू से आए अरविंद ने कहा सेवा करने से दुआएं मिलती हैं। सुकून मिलता है, शांति मिलती है, प्रेम मिलता है। इस मौके पर सुनील, रवि, अजय, संतोष, हुकुम सिंह, राजा, हेमचंद, एकता, आदि उपस्थित रहे।
राजयोगिनी रतन मोहिनी दादी का जीवन उपकार भरा था: बीके सुधा बहन
