फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। काकोरी ट्रेन ऐक्शन शताब्दी समारोह के अंतर्गत माध्यमिक शिक्षा विभाग व बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा स्व0 ब्रह्मदत्त स्पोट्र्स स्टेडियम से अंबेडकर तिराहे से वापस स्टेडियम तक प्रभात फेरी का आयोजन किया गया। प्रभात फेरी को अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व सुभाष चंद्र प्रजापति व मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी व संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
९ अगस्त को काकोरी टे्रन एक्शन दिवस मनाया जाता है। काकोरी टे्रन एक्शन दिवस पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। जिसमें राजकीय इंटर कॉलेज फर्रुखाबाद के प्रधानाचार्य सौरभ प्रताप सिंह तथा जिला समन्वयक मनेंद्र मिश्रा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया। कार्यक्रम में म्युनिसिपल इंटर कॉलेज फतेहगढ़ के प्रधानाचार्य लेफ्टिनेंट गिरिजा शंकर, राजकीय इंटर कॉलेज फतेहगढ़ के प्रधानाचार्य संतोष कटियार, रखा वालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ0 नीतू मसीह, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या दीपिका राजपूत द्वारा छात्र-छात्राओं को स्व0 ब्रह्मदत्त द्विवेदी स्टेडियम में एकत्रित किया गया। रैली का शुभारंभ अपर जिलाधिकारी सुभाष चंद्र प्रजापति तथा जिला बेसिक शिक्षाधिकारी गौतम प्रसाद द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया। रैली की शुरुआत स्व0 ब्रह्मदत्त द्विवेदी स्टेडियम से डॉ0 भीमराव अंबेडकर प्रतिमा स्थल से होती हुई रैली का समापन स्टेडियम में हुआ। जहां पर एमआईसी प्रधानाचार्य गिरिजा शंकर ने छात्र-छात्राओं को अपने संबोधन में काकोरी कांड की घटना का विवरण करते हुए बताया गया कि महात्मा गांधी द्वारा 1920 में असहयोग आंदोलन चलाया गया था। जिसमें यह सर्व सम्मति से सहमति बनी थी कि हम अहिंसा का प्रयोग करते हुए अंग्रेजों द्वारा दिए गए सहयोग का वहिष्कार करेंगे, हिंसा का प्रयोग नहीं किया जाएगा। इसी के चलते 1921 में ब्रिटिस शासन द्वारा तीन भारतियों को गोली मार दी गयी। उक्त घटना के उपरांत अंग्रेजी शासन ने लगभग 18 लोगों को पकड़ कर फांसी की सजा दी गयी। सन 1925 में एक क्रांतिकारी दल बनाया गया। जिसमें योजना बनाई गई की शाहजहांपुर से लखनऊ जाने वाली ट्रेन को लूटा जाए। जिससे क्रांतिकारी मिशन कामयाब किया जा सके। इस मिशन में असफाक उल्ला खान, रामप्रसाद बिस्मिल, राजेन्द्र प्रसाद लाहिड़ी इत्यादि जैसे क्रांतिकारी लोग सम्मिलित थे। अंग्रेजी शासन ने इस घटना को एक्शन में लिया। जिसमें लगभग पांच लोगों को फांसी की सजा सुनाई। जिसमें राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान, राजेन्द्र प्रसाद लाहिड़ी आदि प्रमुख थे। कार्यक्रम का समापन छात्र-छात्राओं को जलपान देकर किया गया।
काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह पर निकाली गई रैली
