
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। २५ जून का दिन इतिहास का काला अध्याय था। लोकतंत्र सेनानी चंद्रपाल वर्मा के आवास पर राकेश सक्सेना की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। उन्होंने कहा कांग्रेस ने देश पर आपातकाल थोपा और अत्याचार किया। आज भी वह मंजर याद कर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। जिन लोगों पर डीआर मीसा लगाया गया वह एक कांग्रेस सरकार की साजिश थी। साथ ही मीडिया पर प्रतिबंध लगाया गया, क्योंकि कांग्रेस के खिलाफ कुछ भी बोला न जाये। उस समय कांग्रेस के खिलाफ जो भी बोलता था, उसे जेल में बंद करवाकर उत्पीडऩ किया जाता था। अंग्रेजों जैसा व्यवहार किया गया। मगर अंग्रेज तो पराये थे, तब अपनों ने ही सितम ढाये थे। कांग्रेस ने सितम नेता ही नहीं, बल्कि आम जनता पर ढाया गया और इमरजेंसी की आग में झुलसाया गया। आपातकाल के ४८ वर्ष पूरे होने पर लोकतंत्र रक्षक सेनाानियों ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर आरोप लगाये कि स्वतंत्रता सेनानियों व लोकतंत्र सेनानियों पर जुल्म इतना ढहाया गया जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। आने वाली पीढिय़ां भी कांग्रेस का यह मंजर जरुर जानें। आज देश बदल रहा है। देश पर कुठाराघात करने वाले सत्ता से बेदखल होते जा रहे हैं। बैठक में चंद्रपाल वर्मा, राकेश सक्सेना, अशोक कुमा, शिव नारायन वर्मा, कौशलेंद्र कुमार, कन्हैया लाल, वेदराम पाल मौजूद रहे।