Headlines

चेकिंग के नाम पर सैफई पुलिस ने ‘लूटी’ R15 बाइक?

एक माह से युवक की मोटरसाइकिल गायब, थाने-चौकी के चक्कर काटते थक गया कन्नौज का पीड़ित

सैफई, समृद्धि न्यूज। सैफई पुलिस की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। जनपद कन्नौज निवासी एक युवक की करीब ढाई लाख रुपये कीमत की Yamaha R15 बाइक को दो वर्दीधारी पुलिसकर्मियों ने चेकिंग के नाम पर जब्त किया, लेकिन एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी बाइक का कोई सुराग नहीं है। न थाने में कोई रिकॉर्ड है, न चौकी पर कोई जवाब। पीड़ित युवक अपनी मोटरसाइकिल की तलाश में अब तक कई बार थाने और चौकी के चक्कर लगा चुका है, लेकिन उसे आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।
पीड़ित जैकी यादव निवासी ग्राम नगला विशुना, थाना सकरावा, जिला कन्नौज ने बताया कि 7 मई 2025 को वह अपने मित्र हिमांशु के साथ सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में भर्ती मरीज को देखने आया था। लौटते समय हवाई पट्टी के पास स्थित पेट्रोल पंप के निकट दो वर्दीधारी पुलिसकर्मियों – महेश कुमार और अंजनी – ने उसे रोका।

उसने बाइक के सभी वैध कागजात मौके पर दिखाए, बावजूद इसके दोनों पुलिसकर्मियों ने बाइक जबरन अपने कब्जे में ले ली और यह कहते हुए वहां से हटा दिया कि “बाइक बाद में चौकी से ले जाना।”
इस घटना के समय जैकी यादव ने अपने मोबाइल से एक तस्वीर खींच ली थी, जिसमें एक पुलिसकर्मी का आधा चेहरा, पुलिस की सरकारी बाइक और उसकी खुद की Yamaha R15 साफ-साफ नजर आ रही है। यह फोटो अब पूरे मामले में एक अहम साक्ष्य बन गया है।
पीड़ित ने बताया कि वह इसके बाद हवाई पट्टी चौकी और थाना सैफई के कई चक्कर लगा चुका है, लेकिन बाइक को लेकर कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। कहीं कोई जब्ती पर्ची नहीं दी गई, न ही बाइक का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड उपलब्ध कराया गया। उसे आशंका है कि बाइक को जानबूझकर गायब किया गया है और अब मामले को दबाने की कोशिश हो रही है। पीड़ित युवक ने शनिवार को अपने बहनोई शीलू यादव के साथ सैफई सीओ कार्यालय पहुंचकर एक लिखित शिकायत पत्र सौंपा, जिसमें पूरे घटनाक्रम का विवरण दिया गया है और दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध जांच की मांग की गई है।

सैफई हवाई पट्टी चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों की हो जांच

क्षेत्र के लोगों ने बिना नाम छापने की शर्त पर बताया कि हवाई पट्टी चौकी पर तैनात कुछ पुलिसकर्मियों का आतंक इतना बढ़ गया है कि हर रोज चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली की जाती है। कई बार स्थानीय लोग अपमानित भी हुए हैं लेकिन कभी कोई सुनवाई नहीं हुई। लोगों का कहना है कि इतना खुला और बेखौफ भ्रष्टाचार पहले कभी नहीं देखा गया। उच्च अधिकारी लगातार शिकायतों के बावजूद मौन हैं। अब जब यह मामला प्रकाश में आया है, तो क्षेत्रीय जनता को उम्मीद है कि दोषियों पर कठोर कार्रवाई होगी।

सीओ सैफई राम गोपाल शर्मा

प्रकरण संज्ञान में आया है। यदि किसी भी स्तर पर पुलिसकर्मियों द्वारा लापरवाही या नियमों के विपरीत कार्य किया गया है, तो उसकी जांच कराकर संबंधितों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *