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सिद्धार्थनगर: 105 साल पुरानी मजार पर चला बुलडोजर, ध्वस्त

समृद्धि न्यूज। डुमरियागंज तहसील व इटवा थाना क्षेत्र के चौखड़ा गांव में स्थित फागू बाबा के 105 वर्ष पुरानी मजार (समाधि) पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर डेढ़ घंटे में ध्वस्त कर दिया। ध्वस्तीकरण के दौरान चारों तरफ से दो किमी तक का क्षेत्र बंद कर दिया गया। सिद्धार्थनगर में 105 साल पुरानी फागु शाह की मजार पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार की सुबह एडीएमए एसडीएम और एसपी के साथ भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मजार पर बुलडोजर कार्रवाई कर उसे पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया। 105 साल पुरानी इस मजार पर हफ्ते एक दिन मेला लगता था, जहां कुछ दिनों पहले तक लोगों का तांता लगा रहा था, वहां आज सब कुछ मलबे में मिल गया है। सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के बदलिया गांव में स्थित फागू बाबा की मजार को प्रशासन ने मंगलवार को ध्वस्त कर दिया है। यह मजार 105 साल पुरानी बताई जा रही है, जहां हिंदू-मुस्लिम दोनों ही धर्म के लोग आकर माथा टेका करते थे। यहां हर गुरुवार को मेला भी लगता था, बुलडोजर कार्रवाई के बाद मजार पूरी तरह से मलबे में मिल गई। फागू बाबा या फागू शाह एक सिद्ध तपस्वी माना जाता था, जो सिद्धार्थनगर के चौखड़ा क्षेत्र के पास कई सालों तक साधना में लीन रहे। करीब 105 साल पहले उनकी मृत्यु के बाद बताया जाता है कि एक पेड़ के नीचे समाधि बना दी गई थी। इसके बाद बंजर इलाके में हरियाली फैल गई। यहां दूर से दूर भक्त आने लगे। भक्तों के भीड़ पहुंचने के बाद यहां मेला लगना शुरू हुआ। समय के साथ इस स्थान ने हिंदुओं और मुसलमानों दोनों समुदायों के लोगों की आस्थाओं को आकर्षित किया। वहां दोनों ही समुदाय मन्नत मांगने और चादर चढ़ाने आते थे। मंगलवार सुबह चार बजे प्रशासन व पुलिस की टीम ने बुलडोजर से मजार को ध्वस्त कराकर मलबे को भी हटवा दिया। प्रशासन ने इस कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पीएसी व पांच थानों की पुलिस को तैनात कर दिया। वहां किसी को आने जाने की अनुमति नहीं थी।

भाजपा के पूर्व विधायक की शिकायत पर हुई कार्यवाही

क्षेत्र के चौखड़ा गांव में मजार करीब एक बीघा सरकारी पशुचर (चारागाह) भूमि पर स्थित थी। भाजपा के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने शिकायत की थी कि यह अवैधानिक तरीके से है और सरकारी जमीन पर अतिक्रमण है। उन्होंने अपनी शिकायत में मजार पर संदिग्ध गतिविधियों का उल्लेख करते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। प्रशासनिक जांच में पाया गया कि उक्त भूमि राजस्व अभिलेख में पशुचर भूमि (चरागाह) के रूप में दर्ज है। अवैध कब्जे की पुष्टि होने के बाद एडीएम गौरव श्रीवास्तव और एएसपी प्रशांत कुमार के नेतृत्व में मंगलवार की सुबह बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। इस दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए उपजिलाधिकारी राजेश कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी बृजेश वर्मा, तहसीलदार रविकुमार यादव, पीएसी और कई थानों की पुलिस तैनात रही। पूरे इलाके को सील कर दिया गया। मौके पर शांति व्यवस्था के लिए पूर्व में 25 जून को ही बीएनएसएस 2023 की धारा 163 लगा दी गई थी, जो 24 अगस्त तक प्रभावी है।

प्रशासन ने मजार को किया जमींदोज

विधायक सैयदा खातून ने भाजपा के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह पर धार्मिक धु्रवीकरण का आरोप भी लगाया है। प्रशासन की माने तो फागू शाह मजार पशुचर की जमीन पर अवैध तरीके से बनी हुई थी। मंगलवार को प्रशासन ने बुलडोजर से फागू शाह बाबा की मजार को पूरी तरह जमींदोज कर दिया।् इस दौरान मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल, अपर पुलिस अधीक्षक, एडीएम और एडीएम मौजूद रहे।

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