- पुलिस ने आरोपी को मुठभेड़ के दौरान तीन घंटे में पकड़ा, पैर में लगी गोली
- फिल्म देखकर दिया वारदात को अंजाम, गिरफ्तारी के बाद हंसता हुआ नजर आया आरोपी
मैनपुरी, समृद्धि न्यूज। एक तरफा आकर्षण में एक सिरफिरे ने शनिवार को रानी मंदिर में पूजा कर रही बीएससी की छात्रा को तीन गोलियां मार दीं। गंभीर हालत में युवती को सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनीं हुई है। घायल युवती का नाम 21 बर्षीय दिव्यांशी राठौर है। पुलिस ने वारदात के तीन घंटे में ही आरोपी राहुल दिवाकर को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। उसके पैर में गोली लगी है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी हंसता हुआ नजर आया। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि फिल्म सैयारा देखने के बाद उसने वारदात को अंजाम दिया।
बीएससी में पढ़ने वाली दिव्यांशी के चचेरे भाई यश राठौर ने पुलिस को बताया कि आरोपी राहुल दिवाकर उनके घर से कुछ ही दूरी पर स्थित गली में ही रहता है। पेशे से कार ड्राइवर आरोपी उनकी बहन से एकतरफा आर्कर्षित था। बहन ने उससे बात करने से मना कर दिया था। दो साल पहले भी उसने इसी सनक में उनके परिवार की गाड़ी पर गोलियां चलाई थीं हालांकि तब इस मामले में समझौता हो गया था। यश ने बताया कि उसके चाचा और दिव्यांशी के पिता सुशील कुमार की कई वर्ष पहले मौत हो चुकी है। परिवार में चाची पूनम राठौर और उनकी चार बेटियां हैं। इनमें से एक बेटी की शादी हो चुकी है। अन्य तीन अविवाहित हैं। दिव्यांशी तीसरे नंबर की है। वह बीएससी अंतिम वर्ष की छात्रा है। दिव्यांशी की परिजन शादी करना चाह रहे हैं। उसके लिए रिश्ते भी देख रहे हैं। इस बात की भनक राहुल को लग गई थी। वह दिव्यांशी पर शादी का दबाव बना रहा था लेकिन वह उससे शादी नहीं करना चाहती थी इसलिए मना कर देती थी।
गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें की थीं गठित
आरोपी राहल दिवाकर की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की गई। करीब 11.30 बजे करहल रोड पर नगला जुला के पास नाकाबंदी कर पुलिस ने राहुल को घेर लिया। राहुल ने पुलिस पर फायरिंग की तो जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लग गई। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से एक तमंचा और बाइक बरामद की गई है।
एसपी ने दिव्यांशी को खून देने के लिए भेजे दस पुलिसकर्मी
गोलियां लगने के कारण दिव्यांशी का अधिक खून बह गया। जब उसे जिला अस्पताल से सैफई मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया तो एसपी गणेश प्रसाद साहा ने तत्काल वहां दस पुलिसकर्मियों को रवाना किया ताकि रक्त की जरूरत पड़ने पर तत्काल इंतजाम किया जा सके। उन्होंने बताया कि पुलिस इलाज का खर्च भी उठाएगी।
जल्द दाखिल होगी चार्जशीट, फास्ट ट्रैक की तर्ज पर सजा दिलाने पर रहेगा जोरः डीआईजी
आगरा रेंज डीआईजी शैलेश कुमार पांडेय का कहना है कि आरोपी ने दुस्साहसिक वारदात की है। उसको कड़ी सजा कराई जाएगी। पूरे केस पर वह खुद निगाह बनाए हुए हैं। अधीनस्थों को आदेश दिया है कि आरोपी के खिलाफ मजबूत साक्ष्य एकत्रित करें। इनमें इलेक्ट्रॉनिक, वैज्ञानिक साक्ष्यों को वरीयता पर रखा जाए। इन सभी को मजबूती के साथ चार्जशीट में शामिल किया जाए। साथ ही मजबूत गवाही ली जाए। डीआईजी ने कहा कि उनका प्रयास इस केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक की तर्ज पर कराने और आरोपी को जल्द कड़ी सजा दिलाने का है।
पिता पर भी लगा था हत्या का इल्जाम
यश राठौर ने बताया कि आरोपी राहुल रंगबाज किस्म का है। वह अपने साथ हमेशा तमंचा रखता है और इससे इलाके के लोगों को भयभीत भी करता है। उसके पिता पर भी हत्या का इल्जाम लगा था। इलाके में इनके खिलाफ कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं होता। पूर्व में हुई घटना में समझौता का भी यही कारण रहा था।
क्या बोले एसपी सिटी
वारदात के बाद आरोपी के घर से उसकी फोटो लेकर पुलिस ने तलाश शुरू की। सूचना मिली कि वह इटावा भागने की फिराक में है और करहल के रास्ते बाइक से जा रहा है। पुलिस ने तुरंत नाकाबंदी कर वाहनों की जांच शुरू की। इसी दौरान मुठभेड़ के बाद आरोपी राहुल को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ पुलिस पर जानलेवा हमले का केस भी दर्ज किया गया है।