समृद्धि न्यूज़ लखनऊ। दिवंगत पूर्व प्रधान मंत्री डॉ.मनमोहन सिंह के साथ बतौर एसपीजी गार्ड गुजारे तीन सालों को याद किया प्रदेश के मंत्री व पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण ने। उनके स्वर्गवास की खबर सुनकर असीम अरुण अवाक सा रह गए और अपनी छत की तरफ टकटकी लगाए खामोश निहारते हुए अतीत में खो गए। एक गहरी सांस लेते हुए चर्चा में बताया कि वह उनके साथ 3 साल एसपीजी गार्ड थे। वह कहते हैं कि मैं 2004 से लगभग तीन साल उनका बॉडी गार्ड रहा। एसपीजी में पीएम की सुरक्षा का सबसे अंदरुनी घेरा होता है -क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम, जिसका नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला था। एआईजी सीपीटी वो व्यक्ति है जो पीएम से कभी भी दूर नहीं रह सकता। यदि एक ही बॉडी गार्ड रह सकता है तो साथ यह बंदा होगा। ऐसे में उनके साथ उनकी परछाई की तरह साथ रहने की जिम्मेदारी मेरी थी।
बताते हैं कि डॉ. साहब की अपनी एक ही कार थी – मारुति 800, जो पीएम हाउस में चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी। मनमोहन सिंह जी बार-बार मुझे कहते- असीम, मुझे इस कार में चलना पसंद नहीं, मेरी गड्डी तो यह है (मारुति)। मैं समझाता कि सर यह गाड़ी आपके ऐश्वर्य के लिए नहीं है, इसके सिक्योरिटी फीचर्स ऐसे हैं जिसके लिए एसपीजी ने इसे लिया है। लेकिन जब कारकेड मारुति के सामने से निकलता तो वे हमेशा मन भर उसे देखते। जैसे संकल्प दोहरा रहे हो कि मैं मिडिल क्लास व्यक्ति हूं और आम आदमी की चिंता करना मेरा काम है। करोड़ों की गाड़ी पीएम की है, मेरी तो यह मारुति है।
दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के साथ गुजारे तीन सालों को प्रदेश के मंत्री व पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण ने किया याद
