उन्नाव,समृद्धि न्यूज़। बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र में गुरु पूर्णिमा के पर्व पर उन्नाव व हरदोई जिले की सीमा पर स्थित गंगा नदी में स्नान करने गए चाचा-भतीजे की डूबने से मौत हो गई। हादसे के बाद से दोनों के शवों का कोई पता नहीं लग पाया है। स्थानीय गोताखोरों और पुलिस की टीम लगातार तलाश में जुटी हुई है, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी है।
बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के बेहटा कच्छ गांव निवासी कृष्ण कुमार विश्वकर्मा 45 वर्ष पुत्र राम औतार और भतीजे ओमवीर उर्फ अंशु 18 वर्ष पुत्र अरुण कुमार के साथ गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरुवार सुबह करीब 7 बजे दोनों गंगा नदी के किनारे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे स्थित गंगा पुल के पास स्नान करने पहुंचे थे। यह गंगा तट हरदोई जिले के थाना मल्लावां क्षेत्र में आता है।
स्नान के दौरान अचानक दोनों गहरे पानी में चले गए और तेज धारा में बहने लगे। घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं ने उन्हें डूबते देखा तो शोर मचाया और मदद की गुहार लगाई, लेकिन तेज बहाव में दोनों कुछ ही पलों में आंखों से ओझल हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही बांगरमऊ और मल्लावां थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय गोताखोरों की मदद से तलाशी अभियान शुरू किया गया, लेकिन घंटों की मशक्कत के बावजूद अभी तक दोनों का कोई पता नहीं चल सका है।
घटना की जानकारी जब गांव पहुंची, परिजनों में कोहराम मच गया। कृष्ण कुमार की पत्नी कल्पना बदहवासी की हालत में घटनास्थल पर पहुंचीं और बेसुध हो गईं। वहीं, ओमवीर की मां उर्मिला की मौत करीब 20 दिन पहले ही हुई थी। पांच भाइयों में सबसे छोटा ओमवीर दो बहनों का भाई था—एक विवाहित और एक अविवाहित। पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।