फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। एनपीएस कार्मिक की सेवाकाल में मृत्यु या निशक्तता पर देय पेंशन विकल्प एनपीएस या ओपीएस को सामान्य सेवानिवृत्ति पर भी दिया जाये।
रस्तोगी इण्टर कालेज में अटेवा प्रदेश संयुक्त मंत्री ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी के नेतृत्व में बैठक का आयोजन हुआ। केन्द्र सरकार द्वारा 1 अप्रैल 2025 से लागू की जाने वाली यूनिफाइड पेंशन स्कीम का विरोध प्रकट किया गया। ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि अटेवा और एनएमओपीएस के पूरे देश में यूनिफाइड पेंशन स्कीम गजट के विरोध के बाद पीएफआरडीए ने यूपीएस में सुधार हेतु हित धारकों से 17 फरवरी 2025 तक सुझाव देने को कहा है। सभी शिक्षक एंव कर्मचारी ईमेल के माध्यम से यूपीएस में व्याप्त कमियों को उजागर करें तथा उसमें सुधार हेतु सुझाव जरूर भेजें। सभी संगठनों के शिक्षक एवं कर्मचारी ईमेल के माध्यम से एक ही सुझाव पीएफआरडीए को लिखकर भेजें कि जिस प्रकार एनपीएस आच्छादित कार्मिक की सेवाकाल में मृत्यु या निशक्तता या अपंगता की स्थिति में आश्रित या कर्मचारी को क्रमश: पारिवारिक पेंशन या पुरानी पेंशन अथवा नेशनल पेंशन स्कीम चुनने का विकल्प प्रदान किया जाता है तथा कर्मचारी का 10 प्रतिशत अंशदान भी व्याज सहित वापस कर दिया जाता है। उसी प्रकार सामान्य सेवानिवत्ति पर भी कमचारियों को एनपीएस या यूपीएस के साथ साथ ओपीएस का भी विकल्प दिया जाये। जिस कर्मचारी को जिस योजना में लाभ होगा, वह उस पेंशन योजना का चुनाव कर लेगा। यदि सरकार ऐसा करती है तो नई पेंशन योजना में ही पुरानी पेंशन योजना बहाल हो जायेगी और सरकार की सभी अंशदान पेंशन योजनायें चलती भी रहेंगी। बैठक में देवेन्द्र कुमार, महाराज सिंह, राकेश प्रसाद, हिमांशु शुक्ला, राजेन्द्र प्रसाद, गजेन्द्र सिंह, शरद प्रताप, संजीव चौहान आदि मौजूद रहे।
अटेवा की बैठक में यूनिफाइड पेंशन स्कीम का किया गया विरोध
