ना पाइप न ही बोरिंग में समर, कैसे हो गरीब किसानों की फसलों की सिंचाई
शमशाबाद, समृद्धि न्यूज। सिंचाई की समस्याओं से जूझ रहे किसानों ने छ: महीने से ठप्प पड़े नलकूप को प्रशासनिक अधिकारियों से सिंचाई व्यवस्था बहाल कराए जाने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार विकास खंड शमसाबाद क्षेत्र के ग्राम समसपुर भिखारी का शाहपुर दासू में 6 महीने पूर्व किसानों की फसलों की सिंचाई के लिए सरकारी नलकूप संख्या 192 केएमजी वर्ष 2023-24 का निर्माण कराया गया था जो वर्तमान में तैयार है। अफसोस अधिकारियों की लापरवाही के चलते यह नलकूप आज भी किसानों की नजर में सफेद हाथी बना हुआ है। बताते हैं उक्त नलकूप को संचालित करने के लिए ना तो बोरिंग में पाइप डाले गए न ही समर। वर्तमान में पछुआ हवाओं का दौर जारी है। ऐसे में किसानों को अपनी -अपनी फसलें बचाना मुश्किल हो रहा है। एक तरफ आलू की फसल, तो दूसरी तरफ गेहूं की फसल, ऊपर से मौसम का दुष्प्रभाव तेज हवाओं से मायूस किसानों के चेहरे पर हवाइयां उड़ती हुई देखी जा रही हैं। किसानों ने बताया वर्तमान में फसलों को बचाने के लिए उन्हें प्राइवेट नलकूप संचालकों का सहारा लेना पड़ रहा है। ऐसे में निजी नलकूप संचालक गरीब किसानों से डेढ़ सौ रुपए से लेकर 200 रुपए घंटे की सिंचाई वसूल रहे हैं जो गरीब किसानों के बस की बात नहीं। ग्रामीण किसानों की मानें तो क्षेत्र का विस्तार अधिक होने के कारण यहां दर्जनों किसान तरह-तरह की फसलें तैयार करते हैं। वर्तमान में सिंचाई के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने बताया किसानों की सिंचाई संबंधी समस्याओं को लेकर यहां नलकूप का निर्माण कराया गया था जो छ: महीने से तैयार है, लेकिन कहीं ना कहीं प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही गरीब किसानों के लिए जी का जंजाल बनी हुई है। यही कारण है यह नलकूप के चलते किसानों की नजर में सफेद हाथी बना हुआ है। किसानों ने बताया उक्त नल जो अगस्त महीने में तैयार हो गया था। अभी तक ना तो पाइप डाले गए हैं न ही समर डाली गई। किसानों में रामनिवास शाक्य, ननकू, सुनील कुमार, विनय कुमार, सौरभ, छोटे, अवधेश कुमार तथा राजपाल सहित तमाम किसानों ने बताया 6 महीने पूर्व नलकूप तैयार हो गया था, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते संचालन नहीं हो सका। क्षेत्रीय किसानों ने जिम्मेदारों के प्रति नाराजगी जताते हुए जिला प्रशासन से सरकारी नलकूप को तत्काल चालू कराए जाने की मांग की है।
लाखों की कीमत से तैयार सरकारी नलकूप बना सफेद हाथी, जिम्मेदार मौन
