घटना को आत्महत्या का रुप देने के लिए शव को फांसी पर लटकाया
कम्पिल, समृद्धि न्यूज। सोमवार सुबह एक युवक का शव घर के बरामदे में साड़ी के फंदे से लटका मिला। मृतक के परिजनों ने उसकी पत्नी और एक रिश्तेदार युवक पर हत्या कर आत्महत्या का रूप देने का आरोप लगाया है। पुलिस को दी गई तहरीर के अनुसार मृतक की हत्या प्रेम प्रसंग का राज खुलने के बाद की गई।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र के गांव भैंसरी निवासी गोपी शाक्य अपनी पत्नी व बच्चों के साथ गांव में रहता था। पिता वीरेंद्र अपनी पत्नी के साथ कासगंज क्षेत्र के एक ईंट भट्टे पर रहकर मजदूरी करते हैं और बड़ा भाई सुनील पानीपत में रहता है। परिजनों के अनुसार गोपी की पत्नी कविता के अवैध संबंध उसकी ताई के भतीजे से थे। यह युवक एक सप्ताह से गांव में रुका हुआ था। रविवार रात गोपी छत पर पत्नी और बच्चों के साथ सोया था, लेकिन रात में पत्नी बच्चों को लेकर नीचे उतर आई। संदेह होने पर गोपी भी वीडियो बनाते हुए नीचे आया और पत्नी को प्रेमी संग आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। आरोप है कि गोपी को राज खुलते देख पत्नी और प्रेमी ने मिलकर उसका गला दबा दिया और फिर साड़ी से फंदा बनाकर शव को बरामदे में लटका दिया, ताकि मामला आत्महत्या लगे। सुबह फांसी की सूचना मिलने पर पिता वीरेंद्र और भाई सुनील ने शव को न छूने की बात कही थी, लेकिन मृतक के ताऊ ने शव उतारकर अंतिम संस्कार के लिए ले जाने का फैसला कर लिया। अंतिम संस्कार के समय घाट पर पहुंचे पिता को आरोपितों ने दबाव बनाकर शव का अंतिम संस्कार करा दिया। जब बड़ा भाई सुनील गांव पहुंचा, तो उसने गोपी का मोबाइल देखा। जिसमें अधिकांश डाटा डिलीट था। शक होने पर उसने बैकअप से डाटा रिकवर किया तो उसमें पत्नी और रिश्तेदार युवक की आपत्तिजनक फोटो व वीडियो मिले। थाना प्रभारी विश्वनाथ आर्या ने बताया कि घटना की तहरीर प्राप्त हुई है। पुलिस ने गांव पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं। जांच के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी।
परिजन बोले ताई के भतीजे से चल रहा था प्रेम प्रसंग
परिजनों ने बताया कि मृतक की पत्नी का प्रेम संबंध उसकी ताई के भतीजे से चल रहा था। जो अक्सर घर आता जाता था और घटना की रात गांव में मौजूद था। पुलिस पर मामले को दबाने तथा लापरवाही बरतने का आरोप पीडि़त रिजनों ने लगाया है। मृतक के पिता ने बताया कि जब उन्होंने सिवारा पुलिस चौकी पर तहरीर दी। पुलिस ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। जिसके बाद युवक के मोबाइल से मिले वीडियो व फोटो गांव में वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और मंगलवार को जांच करने गांव में पहुंची। परिजनों का आरोप है कि हत्या जैसे गंभीर मामले में भी पुलिस ने अब तक आरोपितों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस शुरू से ही मामले को आत्महत्या करार देकर दबाने की कोशिश कर रही है। इससे पीडि़त परिवार में आक्रोश है और न्याय की मांग को लेकर वे उच्चाधिकारियों से शिकायत करने की बात कह रहे हैं।