उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा की यमुना अथॉरिटी के चेयरमैन को बर्खास्त कर दिया गया है. यह कार्रवाई सीएम योगी के आदेश के बाद की गई है. आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा की यमुना अथॉरिटी में कथित घोटाले को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने यूपी सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी. जिसके साथ ही कार्ट ने यमुना अथॉरिटी के चेयरमैन अनिल कुमार सागर के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया. यह मामला पहले भी विवादों में रहा है. यमुना एक्सप्रेसवे के तहत भूमि आवंटन और विभिन्न परियोजनाओं में अनियमितताओं के आरोप लगे थे. इस बार कोर्ट ने सीधे तौर पर अनिल सागर की भूमिका पर सवाल उठाए हैं. याचिका में यह आरोप लगाया गया है कि यमुना अथॉरिटी ने बिल्डर्स के प्रोजेक्ट्स को लेकर अनियमितताएं की हैं. अनिल सागर पर आरोप है कि उन्होंने कई प्रोजेक्ट्स को बिना वजह रद्द कर दिया. जबकि अन्य प्रोजेक्ट्स को विशेष लाभ के आधार पर मंजूरी दी. यह भी सामने आया है कि समान प्रकार के तीन मामलों में उन्होंने एक ही दिन में अलग-अलग फैसले लिए. जिसमें उन्होंने किसी को रद्द कर दिया, तो किसी को बहाल कर दिया.