बहराइच में तैनात निरीक्षक व उसके साथियों पर पीडि़ता ने लगाया सामूहिक दुष्कर्म व मारपीट कर आरोप

न्याय पाने के लिए दुष्कर्म पीडि़ता 12 दिन से भटक रही
घायलावस्था व फटेहाल मदनपुर चौकी पहुंची, पुलिस को नहीं आयी दया
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। पुलिस विभाग में तैनात निरीक्षक द्वारा शारीरिक शोषण व उसके साथियों द्वारा किये गये सामूहिक दुष्कर्म पीडि़ता न्याय पाने के लिए पुलिस के आलाधिकारियों के चक्कर लगा रही है, लेकिन मामला खाकी का होने की बजह से पुलिस अधीक्षक ने भी चुप्पी साध रखी है। पीडि़ता ने न्याय पाने के लिए आईजीआरएस पर भी न्याय की गुहार लगायी।
जानकारी के अनुसार जनपद उन्नाव की एक महिला ने कोतवाली मोहम्मदाबाद के नगला निशान कटिन्ना मानिकपुर निवासी अनिल यादव निरीक्षक जो वर्तमान में बहराइच में लाइन में तैनात है। पीडि़ता के अनुसार दरोगा अनिल यादव वर्ष २००६ में उन्नाव में तैनाती के दौरान मेरे घर में किराये पर रहने के दौरान उसने खाकी की धौंस पर जबरियन शारीरिक संंबंध बनाये। छह माह पहले दरोगा ने फोन कर कहा कि उसके आपत्तिजनक वीडियो उसके पास है। अगर बहराइच नहीं आयी तो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी। वहां पहुंचने पर पीडि़ता ने दरोगा के हाथ जोड़े की वीडियो डिलीट कर दो, लेकिन उसने एक नहीं सुनी और सरकारी पिस्टल दिखाकर जबरियन दुष्कर्म किया। पीडि़ता का आरोप है कि १८ मई को समझौता के लिए अनिल यादव की पत्नी अनुराधा यादव ने फोन कर मुझे घर निशान कटिन्ना मानिकपुर बुलाया। मैं १९ मई को प्रात: अनिल यादव के घर पहुंची। आपसी समझौते की बात हो रही थी। उसी बीच अनुराधा यादव, प्रमोद यादव व दो उसके लडक़े, एक पुत्री ने मिलकर मेरे साथ मारपीट की। जिससे मेरे काफी चोटें आयी। मेरे साथ छेड़छाड़ की और जबरियन बारी-बारी से दुष्कर्म किया। मैं किसी तरह जान बचाकर घायल अवस्था व फटे कपड़े में मदनपुर चौकी पहुंची। चौकी इंचार्ज को पूरी घटना बतायी। कुछ देर तक उन्होंने बिठाये रखा और कहा कि अभी देखते है। फिर टालमटोल कर दी। कोतवाली मोहम्मदाबाद पहुंची। वहां भी मेरी फरियाद नहीं सुनी गई। पीडि़ता का कहना है कि पुलिस दरोगा के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करना चाहती है। पीडि़ता ने पुलिस अधीक्षक व आईजीआरएस पर अपनी पीड़ा बयां की। इस संदर्भ में जब हमारे संवाददाता ने एसपी से जानना चाहां कि अभी तक इस घटना में क्या हुआ तो उनके पीआरओ ने बताया कि देखा जायेगा। दरोगा व उसके साथियों द्वारा किये गये दुष्कर्म की घटना की धीरे-धीरे चारों ओर चर्चा होने लगी कि योगी सरकार में एक महिला के साथ समाज की रक्षा करने वाली खाकी ने इतना घिनौना कार्य किया और पुलिस है कि कार्यवाही करने की बजाय दरोगा को बचाने में लगी हुई है। पीडि़ता का कहना है कि न्याय पाने के लिए वह मुख्यमंत्री तक का दरवाजा खटकायेगी।

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