नवाबगंज, समृद्धि न्यूज। तेजी से विलुप्त हो रहे गिद्धों को देखने के लिए कई ग्रामीण पेड़ के पास पहुंच गये। पेड़ पर करीब एक दर्जन गिद्ध बैठे थे। घटना की सूचना वन विभाग के अधिकारियों को भी दी गयी।
जानकारी के अनुसार नवाबगंज थाना क्षेत्र के कस्बे से सटे मोहम्मदाबाद विकास खंड के ग्राम बांसमई पौधशाला के पास मोहम्मदाबाद रोड पर कल शाम लगभग एक दर्जन गिद्ध आकर एक पेड़ पर बैठ गये। यह अद्भुत नजारा देखने के लिए कई ग्रामीण मौके पर पहुंच गये। ग्राम प्रधान सिंटू ने अपने ग्राम पंचायत के पास बैठे गिद्धों के बारे में सूचना वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों को दी। ग्रामीणों का कहना था कि यह पक्षी करीब २० वर्ष पूर्व गायब हो चुका है। कुछ लोगों का कहना था कि गिद्धों की कमी का कारण यह रहा है कि किसानों ने अपने मवेशियों का इलाज करने के लिए डाइक्लोफेनाक नामक दवा का उपयोग शुरू कर दिया है। इस दवा से मवेशी और मनुष्यों दोनों के लिए कोई खतरा नहीं था, लेकिन जो पक्षी डाइक्लोफेनाक से उपचारित मरे हुए जानवरों को खाते थे उन पक्षियों के गुर्दे खराब होने लगे व कुछ ही हफ्तों में उनकी मृत्यु होने लगी। गिद्ध का समूह एक किलोमीटर की ऊंचाई से भी मरे हुए जानवर की गंध सूंघ लेता हैं और उसे देख लेता हैं। सबसे ऊंची उड़ान भी यही पक्षी भरता है। यदि देखा जाए तो अभी के युवाओं को गिद्ध को देखने का अवसर नहीं मिला है। विगत 30 वर्षों पूर्व आसमान में मंडराते गिद्धों को आज के 45 से 50 से अधिक वर्ष के बुजुर्गों ने काफी संख्याओं में देखा है। अब गिद्धों की रक्षा में हर व्यक्ति व संस्थाओं को सहयोग हेतु आगे आना होगा। गिद्धों के संरक्षण से पर्यावरण स्वच्छता के फायदे ही होते हैं।