मुख्तार अंसारी की मौत: न्यायिक जांच शुरू, जेल में हुए बयान

मुख्तार अंसारी की मौत की जांच के लिए बांदा जेल पहुंची न्यायिक जांच अधिकारी
मुख्तार की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण कार्डिएक अरेस्ट होना बताया
गाजीपुर में मुख्तार को दफनाने के बाद डीएम से भिड़ गए सांसद अफजाल अंसारी

जांच अधिकारी एसीजेएम गरिमा सिंह ने शनिवार को बांदा जेल पहुंचकर बयान दर्ज किए। उधर मुख्तार की पीएम रिपोर्ट में हार्ट अटैक से मौत होने की बात सामने आई है। डॉक्टरों के पैनल ने शॉक और मायोकार्डियल इनफ्रैक्शन (कार्डिएक अरेस्ट) से मौत होने की बात कही है। न्यायिक जांच अधिकारी गरिमा सिंह ने करीब डेढ़ घंटे तक जेल में पड़ताल की। माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के मामले में न्यायिक जांच शुरू हो गई है। जांच अधिकारी एसीजेएम गरिमा सिंह ने शनिवार को बांदा जेल पहुंचकर बयान दर्ज किए। उधर मुख्तार की पीएम रिपोर्ट में हार्ट अटैक से मौत होने की बात सामने आई है। डॉक्टरों के पैनल ने शॉक और मायोकार्डियल इनफ्रैक्शन (कार्डिएक अरेस्ट) से मौत होने की बात कही है। न्यायिक जांच अधिकारी गरिमा सिंह ने करीब डेढ़ घंटे तक जेल में पड़ताल की। इस दौरान डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल,एसपी अंकुर अग्रवाल समेत कई अन्य अधिकारी भी जेल पहुंचे। जांच अधिकारी ने जेल अधीक्षक,डिप्टी जेलरों, जेल कर्मियों से गुरुवार को हुए पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली। उन्होंने मुख्तार की बैरक के आसपास ड्यूटी मे तैनात रहे बंदी रक्षकों,उसको खाना सुलभ कराने वाले कर्मियों और उससे मिलने-जुलने वाले बंदियों से भी जानकारियां एकत्र कीं। उन्होने जेल के अंदर मुख्तार की तन्हाई बैरक का निरीक्षण भी किया। मुख्तार को मिट्टी दिए जाने को लेकर सांसद अफजाल अंसारी और गाजीपुर की डीएम आर्यका अखौरी के बीच तीखी बहस हो गई। डीएम ने धारा 144 का हवाला देते हुए कहा कि मुख्‍तार को मिट्टी देने केवल परिवार के लोग जाएं, पूरा कस्‍बा नहीं जाएगा। इस पर अफजाल ने कहा कि जनाजे में जाने और मिट्टी देने के लिए किसी की परमिशन लेने की जरूरत नहीं हैं। जितने लोग चाहे मिट्टी दे सकते हैं। पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने मु्ख्तार अंसारी की मौत के मामले में सीबीआई से जांच कराए जाने की बात कही है।

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